*जशपुर के युवाओं ने छुआ हिमालय की ऊंचाइयों को, 5350 मीटर की ऊंचाई पर…- भारत संपर्क
जशपुरनगर 28 अक्टूबर 2025/ जशपुर जिले के युवाओं ने अपने साहस, अनुशासन और अदम्य इच्छाशक्ति के बल पर हिमालय की ऊंचाइयों को छू लिया। हिमाचल प्रदेश में ट्राइबल अल्पाइन एक्सपीडिशन हिमालय 2025 में जशपुर जिले के पर्वतारोहियों ने दुहांगन वैली में 5350 मीटर की ऊंचाई तक सफलतापूर्वक चढ़ाई कर न केवल जिले का, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य का नाम गौरवान्वित किया। अभियान के दौरान दल के सदस्यों ने ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और आइस क्लाइंबिंग जैसी चुनौतीपूर्ण गतिविधियों में अपनी दक्षता और साहस का प्रदर्शन किया। यह दल जिला प्रशासन जशपुर के सहयोग से पर्वतारोहण के लिए सितम्बर माह में रवाना हुआ था। अभियान का नेतृत्व टीम लीडर श्री स्वप्निल राचिलवाल ने किया, जबकि दल के अन्य सदस्य रवि कुमार सिंह, रूसनाथ भगत, तेजल भगत, सचिन कुजूर और प्रतीक नायक रहे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अभियान में सफलता प्राप्त करने वाले पर्वतारोहियों को आज सीएम कैंप कार्यालय बगिया में प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया और उनके जज्बे की सराहना की। उन्होंने कहा कि जशपुर के युवाओं ने यह साबित किया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और आत्मविश्वास से हर ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है। युवाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि शासन के सहयोग से आदिवासी वनांचल क्षेत्र जशपुर से हिमालय जाने का अवसर मिला। साथ ही वहां विभिन्न प्रकार के एडवेंचर एक्टिविटी में भागीदारी करने का मौका मिला। इस दौरान कलेक्टर श्री रोहित व्यास, डिप्टी कलेक्टर श्री समीर बड़ा सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस उपलब्धि से जिले के आदिवासी युवा एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति जागरूक होंगे और साहसिक खेलों में भागीदारी के लिए प्रेरित होंगे। दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शासन एवं प्रशासन के सहयोग और प्रोत्साहन से ही उन्हें हिमालय अभियान का हिस्सा बनने और इस उपलब्धि को हासिल करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि इस अभियान से प्राप्त अनुभव और साहस जिले के युवाओं को एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति प्रेरित करने में सहयोगी होगा। जनजातीय हिमालय पर्वतारोहण अभियान 2025 की शुरुआत एक स्थानीय प्रशिक्षण पहल के रूप में शुरू हुई थी, जो सामूहिक विश्वास, सहयोग और समर्थन से एक सशक्त अभियान के रूप में विकसित हुआ। इस पहल ने न केवल युवाओं में आत्मविश्वास और रोमांच की भावना जागृत की, बल्कि जशपुर जिले की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया। यह पर्वतारोहण सिर्फ कुछ युवाओं की यात्रा नहीं थी यह पूरे जशपुर की सामूहिक उपलब्धि थी।
