*10 वीं की स्टेट टॉपर सिमरन ने कहा कि सफलता में डीपीएस का बड़ा योगदान,…- भारत संपर्क

जशपुरनगर। शुक्रवार को यहां के डीपीएस में 10 वीं में 75% एवं 12 वीं कक्षा की परीक्षा में 70 प्रतिशत व उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम स्कूल के ऑडिटोरियम में हुआ। विशेष रूप से छग माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10 वीं बोर्ड में स्टेट टॉपर रहीं सिमरन शब्बा और उसके माता – पिता को भी इस सम्मान समारोह में आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा स्कूल के मेधावी बच्चों और उनके अभिभावकों को भी आमंत्रित किया गया था। यह पूरा कार्यक्रम स्कूल के एमडी ओमप्रकाश सिन्हा के निर्देश पर हुआ। जिसमें डायरेक्टर सुनीता सिन्हा, एकेडमिक प्रिंसिपल गार्गी चटर्जी, एडमिनिस्ट्रेटिव प्रिंसिपल जयंती सिन्हा व अन्य स्टॉफ मौजूद थे।
इस सम्मान समारोह में स्टेट टॉपर सिमरन ने कहा कि 99.50% अंक लाकर टॉप करना सुखद अनुभूति है। उसकी इस सफलता के पीछे डीपीएस का बड़ा योगदान है। डीपीएस के शिक्षकों की मेहनत का नतीजा है कि आज मैं इस मुकाम में हूं। ज्ञात हो कि सिमरन शुरु से 9th कक्षा तक डीपीएस में ही पढ़ीं थीं। इसके बाद किसी कारणवश उन्होंने आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में प्रवेश ले लिया था।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत विद्यादायिनी मां सरस्वती की आराधना से हुई। उसके बाद 10 वीं व 12 वीं बोर्ड की परीक्षाओं में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को तिलक लगाकर एवं मैडल पहनाकर उनका सम्मान किया गया। इस आयोजन को लेकर विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों की ओर से काफी उत्साह जनक प्रतिक्रिया मिली।
*जहा जाएं यूं ही चमकते रहें*
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकेडमिक प्रिंसिपल गार्गी चटर्जी ने कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन की सबसे बडी पूंजी है। हमें गर्व है कि हम आज प्रतिभावान बच्चों का सम्मान कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस समारोह से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपने भविष्य में और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होंगे। वे जहां भी जाएं यूं ही चमकते रहें और स्कूल के साथ जशपुर का मान बढ़ाएं।
*सबने किए अनुभव साझा*
कार्यक्रम में मेधावी विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों ने भी अपने अनुभव साझा किए। सीबीएसई 10 वीं बोर्ड में 95% अंक लाने वाले अमितेश पाठक ने कहा कि वह अपनी मां की बदौलत ही इतना अंक ला पाया। वहीं उसकी मां ने भी अपना अनुभव लोगों से साझा किया।
*बोलते – बोलते भर्रा गई आवाज़,छलक गई आंखे*
कार्यक्रम में एक अवसर ऐसा भी आया कि एक मेधावी छात्रा के पिता अपना अनुभव बता रहे थे और बोलते-बोलते उनकी आवाज़ भर आई व आंखे छलक आईं। बेहद भावुक होकर उन्होंने कहा कि मुझे अपनी बेटी पर गर्व है, यह मेरा अभिमान है।