UP: सीतापुर में पानी की टंकी गिरी…12 कर्मचारी सस्पेंड, JE-AE बर्खास्त, बन… – भारत संपर्क

सीतापुर में गिरी पानी की टंकी
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में गुरुवार, 29 मई को जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई टंकी भरभराकर गिर पड़ी. टंकी गिरने के बाद इलाके में पानी ही पानी हो गया. मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि जब टंकी गिरी तो ऐसा लगा कि कोई तेज धमाका हुआ है. इस मामले में एक्शन लेते हुए 12 कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया और JE-AE को भी बर्खास्त कर दिया गया.
ये मामला सीतापुर के विकासखंड पहला की ग्राम पंचायत चुनका से सामने आया है, जहां ये टंकी गिरी है. इस टंकी के जरिए आसपास के 7 गांवों में पानी की सप्लाई की जाती थी. इस टंकी को बनाने में 5.31 करोड़ रुपये की लागत लगाई गई थी. ऐसे में इसके अचानक गिरने से ग्रामीणों में आक्रोश है, साथ ही विधायक आशा मौर्या ने भी मामले में केस दर्ज करने और जिम्मेदारों को जेल भेजने की मांग की है.
जूनियर इंजीनियर-असिस्टेंट इंजीनियर बर्खास्त
विधायक आशा मौर्या ने ये भी मांग की है कि इसकी भरपाई ठेकेदारों से कराई जाए. इस हादसे के कुछ ही घंटों में प्रशासन ने एक्शन लिया और इसके निर्माण कार्य को देख रहे जल निगम के जूनियर इंजीनियर (JE) और असिस्टेंट इंजीनियर को तुरंत बर्खास्त कर दिया गया. यही नहीं 12 से ज्यादा कर्मचारियों के खिलाफ भी एक्शन लिया गया है. इस टंकी के निर्माण में जो एजेंसी लगी थीं, उन्हें भी ब्लैकलिस्ट कर गया है.
डेढ़ साल पहले ही हुआ था टंकी का निर्माण
इस टंकी का संचालन हुए अभी डेढ़ साल भी नहीं हुआ था. इसका निर्माण पिछले साल जनवरी में जल जीवन मिशन योजना के तहत किया गया था, जिससे 7 गांवों को पानी सप्लाई किया जाता था. इस टंकी में करीब 20 हजार लीटर पानी भरा था और तभी ये गिर गई. जैसे ही टंकी गिरी, क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई. इस हादसे में एक 12 साल के बच्चे को मामूली चोटें आई हैं.
इस टंकी का निर्माण कार्य साल 2023 में शुरू हुआ था, जो पिछले साल जनवरी में पूरा हुआ और इसके बाद इसका संचालन शुरू हुआ. हालांकि ग्राम प्रधान शांति देवी पति राजाराम ने अभी तक इस टंकी का हैंडओवर नहीं लिया था. क्योंकि आरोप था कि टंकी का घटिया क्वालिटी के साथ किया गया था. गांव वालों ने आरोप लगाया था कि टंकी निर्माण के दौरान मानकों की खुलकर अनदेखी की गई थी. लेकिन फिर भी पानी की आपूर्ति शुरू कर दी गई थी और 7 गांवों में पानी पहुंचाया जा रहा था.
8 हजार घरों में पानी की सप्लाई
गांव वालों का कहना है कि उन्होंने घटिया क्वालिटी के साथ निर्माण पर सवाल उठाए थे. लेकिन उनकी सुनी नहीं गई. इस टंकी से 8 हजार घरों में पानी की सप्लाई होती थी और सात गांवों में बेहमा, नवाबपुर, अमईपुर, धीरपुरचुनका, बेहमा, नईगढ़ी और दौलतपुर शामिल हैं, जिनमें पानी की सप्लाई की जाती थी. अब टंकी गिरने के बाद इन गांव के लोगों को पानी समस्या से जूझना पड़ेगा.