बाढ़ में फंसे 22 शिक्षकों का सुरक्षित स्थान पर हुआ ट्रांसफर, निकलते ही गंडक…
गंडक में डूब रहे शिक्षकों को बचाते ग्रामीण
बिहार के बेतिया में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. गंडक की बाढ़ में फंसे 22 शिक्षकों का ट्रांसफर सुरक्षित जगह के लिए किया गया था. सोमवार की सुबह ये शिक्षक नाव पर सवार होकर गंडक पार कर ही रहे थे कि नाव पलट गई. इससे सभी शिक्षक डूबने लगे ओर मौके पर अफरा तफरी मच गई. गनीमत रही कि मौके पर मौजूद लोगों ने छलांग लगाई और इन सभी शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. हालांकि इस दौरान फेफड़ों में पानी भर जाने की वजह से करीब 10 शिक्षकों की स्थिति गंभीर हो गई.
इनमें ज्यादातर महिला शिक्षक हैं. घटना की जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग ने इस संबंध में रिपोर्ट तलब की है. घटना बेतिया के बैरिया प्रखंड में पूजहा पटजीरवा घाट की है. जानकारी के मुताबिक गंडक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से इन शिक्षकों को दियारा के अलग अलग स्कूलों में भेजा जा रहा था. इसके लिए यह सभी शिक्षक घाट पर आकर नाव में सवार हुए और नाव खुली ही थी कि इसका बैलेंस बिगड़ गया.देखते ही देखते यह नाव पास में ही खड़ी दूसरी नाव में टकराकर उलट गई.
ग्रामीणों ने शिक्षकों को बचाया
इससे नाव में सवार सभी शिक्षक पानी में गिर गए और डूबने लगे. इससे चीख पुकार मच गई. संयोग अच्छा था कि मौके पर कुछ ग्रामीण मौजूद थे और इन्होंने तुरंत नदी में कूद कर सभी शिक्षकों को बाहर निकाल लिया. इस दौरान शिक्षक स्नेहलता, सुमित कुमार वर्मा, प्रतिमा पाठक, संतोष कुमार चौधरी, लक्ष्मण कुमार, संदीप कुमार, आभा कुमारी और गोपाल कुमार आदि शिक्षकों के फेफड़े में ज्यादा पानी भर गया.
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डीएम ने मांगी रिपोर्ट
इसकी वजह से उनकी हालत खराब हो गई. आनन फानन में इन सभी शिक्षकों को अस्पताल पहुंचाया गया. इस घटना को लेकर बाकी शिक्षकों में काफी रोष है. इस संबंध में पश्चिम चंपारण के जिला अधिकारी दिनेश राय ने बताया कि उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित जगह भेजने को कहा था. इस दौरान यह घटना हो गई है. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से इस घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी है.