27 भारतीय छात्रों को मिला न्यूजीलैंड एक्सीलेंस स्कॉलरशिप, ये हैं शर्तें? |…

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27 भारतीय छात्रों को मिला न्यूजीलैंड एक्सीलेंस स्कॉलरशिप, ये हैं शर्तें? |…
27 भारतीय छात्रों को मिला न्यूजीलैंड एक्सीलेंस स्कॉलरशिप, ये हैं शर्तें? |…
27 भारतीय छात्रों को मिला न्यूजीलैंड एक्सीलेंस स्कॉलरशिप, ये हैं शर्तें?

NZEA स्कॉलरशिप 2016 में शुरू हुई थी.Image Credit source: Unsplash

एजुकेशन न्यूजीलैंड ने 27 भारतीय छात्रों को न्यूजीलैंड एक्सीलेंस अवार्ड (NZEA) स्कॉलरशिप दी है. छात्रों को ये अवाॅर्ड न्यूजीलैंड-इंडिया एजुकेशन कनेक्ट प्रोग्राम में दिया गया, जिसका आयोजन 8 फरवरी से 14 फरवरी तक दिल्ली में हुआ था. 27 में से 11 ग्रेजुएट और 16 पोस्ट ग्रेजुएट छात्र हैं. इन छात्रों को न्यूजीलैंड की टाॅप रैंकिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप मिली है.

एजुकेशन न्यूजीलैंड और न्यूजीलैंड की सभी आठ यूनिवर्सिटीज़ मिलकर NZEA स्कॉलरशिप देती हैं. स्कॉलरशिप में शामिल न्यूजीलैंड यूनिवर्सिटी हैं- ऑकलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, लिंकन यूनिवर्सिटी, मैसी यूनिवर्सिटी, ऑकलैंड यूनिवर्सिटी, द यूनिवर्सिटी ऑफ वाइकाटो, कैंटरबरी यूनिवर्सिटी, ओटागो यूनिवर्सिटी और विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ऑफ वेलिंगटन.

स्कॉलरशिप के लिए कौन पात्र है?

NZEA खासतौर पर भारतीय छात्रों के लिए तैयार की गई है. इसकी स्थापना 2016 में हुई थी. तब से 200 भारतीय स्टूडेंट्स को इसका फायदा मिल चुका है. स्कोरलशिप पाने के लिए जरूरी है कि आवेदक की आयु कम से कम 18 साल हो, न्यूजीलैंड के स्टूडेंट वीजा पाने के लिए सभी जरूरतों को पूरा करता हो और वर्तमान में भारत की नागरिकता हो.

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भारत की यूनिवर्सिटीज़ के साथ साइन किया MoU

एजुकेशन कनेक्ट प्रोग्राम में न्यूजीलैंड की यूनिवर्सिटीज़ ने भारतीय यूनिवर्सिटीज़ के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए. इस समझौते में भारत की जिंदल यूनिवर्सिटी सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, विद्यालंकार स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (वीएसआईटी), राजगिरी बिजनेस स्कूल, मानव रचना यूनिवर्सिटी, आईआईटी मद्रास और आईआईटी हैदराबाद शामिल हैं. न्यूजीलैंड के प्रतिनिधिमंडल ने बेंगलुरु की कुछ यूनिवर्सिटीज़ के साथ शिक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर समझौते की संभावनाओं पर भी चर्चा की थी.

न्यूजीलैंड में भारतीय छात्रों की बड़ी संख्या

लिसा फ़ुत्सचेक, जनरल मैनेजर इंटरनेशनल,एजुकेशन न्यूजीलैंड, ने कहा, ‘इन सभी नई पहलों का उद्देश्य शैक्षिक संबंधों को गहरा करना, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और हमारे दोनों देशों के बीच अकादमिक सहयोग को बढ़ाना है.’ उन्होंने कहा, ‘भारत वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए न्यूजीलैंड का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत देश बना हुआ है. इसी के साथ हम रिसर्च और अकादमिक सहयोग के जरिए इस साझेदारी को और मजबूत करने की योजना बना रहे हैं.’

IIT दिल्ली के न्यूजीलैंड सेंटर में फेलोशिप प्रोग्राम

साल 2023 में एजुकेशन न्यूजीलैंड ने IIT दिल्ली के न्यूजीलैंड सेंटर में जाॅइंट रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए फेलोशिप प्रोग्राम की शुरूआत की थी. ये एक रिसर्च-फोकस सेंटर है जो जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, शहरी नियोजन जैसे क्षेत्रों में सहयोगात्मक रिसर्च कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है. फेलोशिप प्रोग्राम का उद्देश्य न्यूजीलैंड और भारत की यूनिवर्सिटी के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान और सहयोग को और बेहतर करना है. इसमें न्यूजीलैंड विश्वविद्यालयों के चार और आईआईटी दिल्ली के दो शिक्षाविदों को फेलो के रूप में चुना गया था.

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