3 सरकारी नौकरी छोड़ी, फिर बने डिप्टी SP… कौन हैं गौरव उपाध्याय, जो चुने ग… – भारत संपर्क

डिप्टी एसपी गौरव उपाध्याय (फाइल फोटो).
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित डॉ. भीमराव अकादमी में शुक्रवार को 34 डिप्टी एसपी की पासिंग आउट परेड आयोजित की गई. पुलिस अकादमी में डीजी ट्रेनिंग ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली. पासिंग आउट में पास होने वाले सभी नए डिप्टी एसपी सात जून को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे. अकादमी में डिप्टी एसपी गौरव उपाध्याय को सर्वोत्तम कैडेट चुना गया. गौरव उपाध्याय ने कड़ी परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया. गौरव इससे पहले तीन सरकारी नौकरी छोड़ चुके हैं.
सर्वोत्तम कैडेट चुने गए डिप्टी एसपी गौरव उपाध्याय ने बताया कि वह सुल्तानपुर जिले के रहने वाले हैं. उनकी ट्रेनिंग की पहली पोस्टिंग बदायूं में थी. उन्होंने ग्रेजुएशन इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में किया है. उनकी पहली सरकारी नौकरी बैंक में लगी. फिर दूसरी नौकरी कस्टम विभाग में लगी. उनकी पोस्टिंग भी मुरादाबाद में ही थी. इसके बाद दिल्ली प्रशासनिक सेवा में अपनी सेवाएं दी.
3 सरकारी नौकरी की, फिर बने डिप्टी SP
डिप्टी एसपी गौरव उपाध्याय ने बताया कि यह मेरी चौथी सरकारी नौकरी है. मुझे बहुत अच्छा लग रह है. मुझे पहले से ही पुलिस में जाने की इच्छा थी. गौरव उपाध्याय ने कहा कि मेरा मुख्य फोकस महिलाओं के उद्यान के लिए होगा. बाल अपराधों पर पूरी तरीके से अंकुश लगाने के लिए काम करना चाहता हूं. किसी भी पीड़ित के साथ अगर कुछ गलत होता है तो उसको इंसाफ दिलवाना मेरा प्रथम उद्देश्य रहेगा.
साइबर क्राइम अब बहुत बड़ा चैलेंज
डिप्टी एसपी गौरव उपाध्याय ने बताया कि साइबर क्राइम अब बहुत बड़ा चैलेंज हो गया है. साइबर अपराध आने वाले समय में और भी बढ़ेगा. मेरा उद्देश्य यह कि साइबर अपराध पर ज्यादा काम किया जाए. साइबर अपराधियों पर नकेल कसनी है. साइबर अपराध को रोकने के लिए जो हमारी अकादमी के डायरेक्टर सर हैं, उनके द्वारा खुद जानकारी दी गई है.
ट्रेनिंग के दौरान क्या कुछ सीखा?
गौरव उपाध्याय ने बताया कि हमारी ट्रेनिंग बहुत अच्छी कराई गई. हमने साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए काफी सारी चीजों का सीखा है. हमें 10 दिवसीय उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर भी भेजा गया था. हमारे स्पेशल लेक्चर कंडक्ट हुए हैं. हमें डीजीपी रैंक के अधिकारियों के द्वारा ट्रेंड किया गया है.
गौरव उपाध्याय ने बताया कि जनता की सेवा करने का सबसे बड़ा प्लेटफार्म और सबसे अच्छा प्लेटफार्म जो है, वह सिर्फ एक ही प्लेटफार्म पुलिस है. यही मेरा मकसद था, पुलिस को जॉइन करने का. मैंने पुलिस को जॉइन करने से पहले बैंक में काम किया. उसके बाद कस्टम में काम किया. फिर दिल्ली प्रशासन में सेवा दी. मेरे द्वारा तीनों स्थानों पर सरकारी नौकरी की गई. उन्होंने बताया कि डॉ. भीमराव अकादमी का यह पहला बैच, जिसमें BNS की धाराओं के बारे में भी जानकारी दी गई है. एक जुलाई 2024 को नई धारा लागू की गई थी. उसके बारे में हमें पढ़ाया गया है.