नाइजीरिया में एक स्कूल से 300 बच्चे अगवा, एक हफ्ते में तीसरी घटना | Gunmen Kidnap 300… – भारत संपर्क


बच्चों के अगवा किए जाने के बाद स्कूल परिसर में पहुंची सेना की टुकड़ीImage Credit source: AP Video/PTI
नाइजीरिया के कुरिगा में बंदूकधारी हमलावरों ने एक स्कूल पर धावा बोल दिया है. हमलावरों ने स्कूल के करीब 300 विद्यार्थियों को अगवा कर लिया है. हमलावर को बच्चों को अगवा करने में मुश्किल से पांच मिनट का समय लगा. हमलावर बच्चे को लेकर कहां गए हैं या फिर छिपे हुए हैं, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है. अगवा किए गए बच्चों से जुड़ी जानकारी नहीं मिलने की वजह से परिवार वाले काफी परेशान हैं.
न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, यह घटना इस्लामी चरमपंथियों और सशस्त्र गिरोहों के गढ़ उत्तर पश्चिम नाइजीरिया में घटी. हैरानी की बात तो यह है कि बच्चों के अगवा किए जाने की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है. अधिकारियों की मानें तो अगवा किए गए बच्चों में से 100 की उम्र 12 साल या उससे कम बताई जा रही है.
पिछले एक हफ्ते में अपहरण की यह तीसरी घटना
रिपोर्ट के मुताबिक, नाइजीरिया के कुरिगा में पिछले सप्ताह से लेकर अब तक सामूहिक अपहरण की तीसरी घटना है. इन तीनों घटनाओं को अब तक किसी भी ग्रुप ने जिम्मेदारी नहीं ली है. इससे पहले हथियारों से लैस एक गिरोह ने उत्तर पश्चिम राज्य सोकोतो के एक स्कूल से 15 बच्चों को अगवा किया. इसके बाद पूर्वोत्तर में स्थित बोर्नो राज्य के 200 लोगों का अपहरण किया गया था, इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे.
2014 में 200 से अधिक बच्चों का हुआ था अपहरण
करीब एक दशक पहले भी नाइजीरिया में अपहरण की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली थी. 2014 में इस्लामी चरमपंथियों ने बोर्नो के चिबोक से 200 से अधिक स्कूली छात्राओं को अगवा करके पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया था. अब एक दशक बाद अलग-अलग स्कूलों से करीब 1400 छात्र अगवा किए जा चुके हैं. इनमें 100 चिबोक लड़कियां समेत कई लोगों को अभी तक बंधक बनाकर रखा गया है.
दर्जनों बंदूकधारियों ने स्कूल पर बोल दिया था हमला
स्कूल की टीचर नूरा अहमद ने एपी को बताया कि गुरुवार को बच्चे अपनी-अपनी कक्षाओं में पढ़ाई कर रहे थे, तभी दर्जनों बंदूकधारी स्कूल में घुस गए और गोलीबारी करने लगे. गोलीबारी की वजह से डरे सहमे करीब 300 बच्चों को अगवा कर लिया. नूरा ने कहा, स्कूल में घुसने के साथ ही हमलावरों ने पूरे परिसर को घेर लिया था ताकि बाहर से कोई भीतर न पहुंच सके.