नहर में छोड़ा जा रहा 3800 क्यूसेक पानी- भारत संपर्क
नहर में छोड़ा जा रहा 3800 क्यूसेक पानी
कोरबा। हसदेव दर्री बराज से डिमांड बढ़ने पर बांयीं तट नहर में 800 क्यूसेक पानी की मात्रा बढ़ा दी गई है। नहर में 3010 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। उसे अब 3800 क्यूसेक कर दिया गया है। बारिश थमने के कारण खेत सूखने लगे हैं और दरार आ गई है। इस वजह से किसान लगातार पानी बढ़ाने की मांग कर रहे थे। बांयीं तट नहर की लाइनिंग टूटी हुई है। इस वजह से क्षमता के अनुसार कम पानी दे रहे हैं। दैनिक भास्कर ने 13 अगस्त के अंक में इस समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद पानी की मात्रा बढ़ाने का निर्णय लिया गया। गुरुवार सुबह से मात्रा बढ़ाने की शुरुआत की गई थी। नहर की क्षमता 4200 क्यूसेक है। लेकिन लाइनिंग टूटे होने से कोई नुकसान ना हो इसके लिए ही धीरे-धीरे पानी की मात्रा बढ़ाई जा रही है। बांयीं तट नहर से करतला ब्लॉक के गांवों के साथ सक्ती जिला, रायगढ़ जिले के रायगढ़ और खरसिया ब्लॉक में सिंचाई होती है। इसी में से ही चांपा के लिए भी शाखा नहर निकली है। नहर की सिंचाई क्षमता 1 लाख 38 हजार हेक्टेयर है। टेल एरिया के किसान लगातार पानी नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं। हसदेव दर्री संभाग रामपुर के कार्यपालन अभियंता एसएन साय ने बताया कि पानी की मात्रा बढ़ा दी गई है। अंतिम छोर तक पानी पहुंचे इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।