50 प्रश्न अनिवार्य, 60 मिनट…यूजीसी चेयरमैन ने बताया- CUET-UG परीक्षा में हो…

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50 प्रश्न अनिवार्य, 60 मिनट…यूजीसी चेयरमैन ने बताया- CUET-UG परीक्षा में हो…
50 प्रश्न अनिवार्य, 60 मिनट...यूजीसी चेयरमैन ने बताया- CUET-UG परीक्षा में हो रहा बड़ा बदलाव

CUET-UG परीक्षा में हो रहा बड़ा बदलावImage Credit source: Getty Images

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन यानी यूजीसी (UGC) के चेयरमैन जगदीश कुमार ने मंगलवार को सीयूईटी-यूजी परीक्षा से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है. एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये साफ-साफ बता दिया कि अगले साल से सीयूईटी टेस्ट में कई सारे बदलाव देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि अब छात्रों को किसी भी विषय में सीयूईटी-यूजी के लिए उपस्थित होने की अनुमति दी जाएगी, भले ही उन्होंने 12वीं कक्षा में जो भी विषय पढ़ा हो. उन्होंने ये भी कहा कि अगले साल यानी 2025 से छात्र सीयूईटी-यूजी में अधिकतम पांच विषयों की परीक्षा दे सकेंगे.

न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि सीयूईटी-यूजी परीक्षा 2025 से सिर्फ कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में आयोजित की जाएगी और साथ ही विषयों की संख्या में कटौती भी की गई है. उन्होंने बताया कि इस साल कुल विषयों को 63 से घटाकर 37 कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि ‘इस साल से हम हम 20 भाषा विषय कम कर रहे हैं. पिछले साल 29 डोमेन-विशिष्ट विषय थे और हम इसे घटाकर 23 कर रहे हैं’.

परीक्षा टाइमिंग में भी हुआ बदलाव

इतना ही नहीं, सीयूईटी-यूजी परीक्षाओं की टाइमिंग में भी बदलाव किया गया है. अब परीक्षाओं की अवधि 60 मिनट होगी, जबकि पिछले साल कुछ परीक्षाओं की टाइमिंग 60 मिनट थी और कुछ विषयों की परीक्षा के लिए 45 मिनट का समय दिया गया था. इसके अलावा पिछले साल परीक्षा में कुछ 50 प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें से छात्रों को 40 प्रश्नों का विकल्प चुनने को कहा गया था, लेकिन इस साल सभी 50 प्रश्न अनिवार्य होंगे यानी छात्रों को अब सभी सवालों के जवाब देने होंगे.

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CUET आने के बाद की चुनौतियां

यूनिवर्सिटी एडमिशन को मानकीकृत करने के लिए साल 2022 में शुरू की गई सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. पहले साल में टेक्निकल गड़बड़ियां, परीक्षा केंद्रों में अचानक बदलाव और लॉजिस्टिक फेल्योर की वजह से छात्रों को रिजल्ट में देरी का सामना करना पड़ा. फिर 2023 में आंसर-की में गलतियां हुईं, जिसकी वजह से छात्रों को प्रत्येक गलत उत्तर के खिलाफ चुनौती के लिए 200-200 रुपये का भुगतान करना पड़ा. इतना ही नहीं, इस साल नीट यूजी पेपर लीक के आरोपों की वजह से सीयूईटी के रिजल्ट में भी देरी हुई.

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