500 साल पुराना, ‘हाथी पैर’ नाम से फेमस… उज्जैन के अनोखे इमली के पेड़ की क… – भारत संपर्क

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500 साल पुराना, ‘हाथी पैर’ नाम से फेमस… उज्जैन के अनोखे इमली के पेड़ की क… – भारत संपर्क

उज्जैन में स्थित है 500 साल पुराना इमली का विशालकाय पेड़
क्या आप जानते हैं उज्जैन शहर में एक ऐसा अनोखा इमली का पेड़ है, जिसे ‘हाथी पैर’ के नाम से जाना जाता है. इस पेड़ का तना इतना मोटा है कि लगता है जैसे कोई हाथी खड़ा हो. यह पेड़ जहां आसपास के रहने वाले और यहां से गुजरने वाले लोगों को छाया प्रदान करता है तो वहीं दूसरी ओर इस पेड़ के मोटे तने में कई पक्षियों ने अपना घोंसला भी बना रखा है.
यह इमली का पेड़ राजस्व कॉलोनी में आदिम जाति कल्याण विभाग के सामने की ओर स्थित है. यह पड़े करीब 500 साल पुराना है. इस पेड़ की खासियत इसका विशालकाय आकार है. इस पेड़ के बारे में वन विभाग अधिकारी मदन मोहरे बताते हैं कि इस प्रकार के इमली के पेड़ अधिकतर धार और मांडव क्षेत्र में देखने को मिलते हैं, लेकिन यह शहर का एकमात्र ऐसा पेड़ है, जो कि इतना विशालकाय है.
मदन मोहरे ने बताया कि इस पेड़ से मिलने वाले इमली के फल का उपयोग सबसे अधिक आयुर्वेदिक पद्धति से होने वाले उपचार के लिए होता है. इस पेड़ की इमली को पहले सुखाया जाता है और फिर इसके पाउडर का उपयोग किया जाता है.
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जो भी देखता है, देखते ही रह जाता है
राजस्व कॉलोनी में स्थित इस पेड़ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे जो भी देखा है, वह इसे देखा ही रह जाता है, क्योंकि यह पेड़ काफी विशालकाय है. क्षेत्र के लोगों से जब इस पेड़ के बारे में बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वर्षों से हम इस पेड़ को इसी तरह देख रहे हैं. पहले तो सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन अब वर्तमान में इसे संरक्षित करने की आवश्यकता है. इसे संरक्षित रखने के लिए जिम्मेदारों को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए.
विकास के नाम पर हो रही है पेड़ों की कटाई
याद रहे कि शहर में भी विकास के नाम पर इन दिनों तेजी से वृक्षों की कटाई की जा रही है. देवास रोड से कोठी पहुंचने वाले मार्ग पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान सैकड़ों पेड़ों को काट दिया गया है. इन पेड़ों को काटने वाले लोगों का कहना है कि पेड़ नहीं काटेंगे तो विकास किस प्रकार से हो पाएगा, लेकिन विकास के नाम पर इस प्रकार अंधाधुंध पेड़ों की कटाई करना भी सरासर गलत है. हर वर्ष हम पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कर इन्हें संरक्षित रखने का संकल्प लेते हैं, लेकिन यह संकल्प तभी पूर्ण हो पाएगा, जब हम इस प्रकार के पेड़ों की भी रक्षा कर सकें.
पेड़ के साथ है क्षेत्रवासियों की कई पीढियां का लगाव
आम लोगों के लिए भले ही यह एक पेड़ होगा, लेकिन राजस्व कॉलोनी में रहने वाले लोगों को इस पेड़ से अत्यधिक लगाव है, क्योंकि इस पेड़ की छाया में क्षेत्र के रहवासियों की कई पीढ़ियां अपना बचपन बिता चुकी हैं. आज भी क्षेत्र के लोग इसे पेड़ मानने के बजाय एक पारिवारिक सदस्य के रूप में मानते हैं.

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