8 8 आई विटनेस थे, क्या बिगाड़ा मेरा? 11 साल पुराने ओम बाबा मर्डर केस के…

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8 8 आई विटनेस थे, क्या बिगाड़ा मेरा? 11 साल पुराने ओम बाबा मर्डर केस के…
8-8 आई विटनेस थे, क्या बिगाड़ा मेरा? 11 साल पुराने ओम बाबा मर्डर केस के मुख्य आरोपी का Video

ओम बाबा हत्याकांड

बिहार के भागलपुर के चर्चित हत्याकांड में से एक ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओम बाबा हत्याकांड में 11 साल बाद अचानक एक नया मोड़ सामने आया है. हत्याकांड की कहानी से जुड़े एक वायरल वीडियो के सामने आने से पूरे शहर में सनसनी फैल गई है. दरअसल, वायरल वीडियो में कोर्ट से बरी हुआ मुख्य आरोपी साफ तौर पर यह कहता नजर आ रहा है ‘ओम बाबा का मर्डर उसने अपने हाथ से किये, आठ-आठ आई विटनेस थे, क्या बिगड़ा मेरा.’

शहर के देवी बाबू धर्मशाला में हुए ओम बाबा की हत्या के मामले में पवन डालुका का यह वीडियो कई सवाल खड़े करने वाला है. यह वीडियो इस अपराध की कहानी को फिर से जिंदा कर रहा है. क्योंकि इस हत्याकांड में किसी के खिलाफ कोई साक्ष्य और गवाह के मौजूद नहीं होने के कारण सभी आरोपी एक-एक करके बरी होते चले गए.

क्या है पूरा मामला?

भागलपुर शहर के मुख्य बाजार के पास स्थित देवी बाबू धर्मशाला में ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओम बाबा पुजारी रहते थे. वह 40 सालों से देवी बाबू धर्मशाला के पीछे एक कमरे में रहते थे. दावा किया जा रहा था कि जिस जमीन पर वह रह रहे थे, वह देवी बाबू धर्मशाला यानी ट्रस्ट की जमीन थी. इसी बात को लेकर ओम बाबा और बिल्डरों के बीच काफी तनाव था. इसके बाद 21 जून 2013 को ओम बाबा का सब संदीप अवस्था में देवी बाबू धर्मशाला के पीछे उनके ही कमरे से बरामद हुआ. उनकी सामान्य और प्राकृतिक मौत की बात कहकर अगले दिन अंतिम संस्कार की पूरी तैयारी कर दी गई.

जांच में आया नया मोड़

पुलिस को किसी ने यह खबर दे दी कि यह मौत सामान्य नहीं है, बल्कि ओम बाबा की हत्या की गई है. इसके बाद मौके पर डीएसपी सहित कई अधिकारी पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद जो बात सामने आई वो हैरान करने वाली थी. जांच में यह खुलासा हुआ कि मारपीट कर गला दबाकर उनकी हत्या की गई थी.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आने के बाद कोतवाली थाना के तत्कालीन थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर अमरनाथ तिवारी के लिखित आवेदन पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. हत्या की वजह जमीन विवाद रही, मामले के अनुसंधान में पूर्व मेयर दीपक भवानिया पूर्व वार्ड पार्षद शंकर पोद्दार संतोष कुमार पवन डालुका, कन्हैया शर्मा, कन्हैया सरावगी, संजय कौशिक और संजीव कुमार को अप्राथमिकि आरोपित बनाया गया था.

आरोपियों को किया रिहा

8 अप्रैल 2019 को कोर्ट की सुनवाई पूरी हुई. न्यायाधीश द्वारा कोर्ट में दोनों पक्ष के वकीलों की दलील सुनने के बाद सुबूतों की कमी में सभी आरोपियों को रिहा कर दिया था. इस मामले में अब एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक शख्स ने खुलेआम हत्या की बात को माना है. वायरल वीडियो में पवन डालुका अपने सामने बैठे युवक को कहते नजर आ रहा है कि चार्जशीट होने के बाद केस चार्ज होता है, इनसबकी कोई वैल्यू नहीं है. गवाही की कोई वैल्यू नहीं है, उसने वीडियो में कहा कि मैंने मर्डर किया, 8-8 आदमी आई विटनेस हैं, आठ आदमी आई विटनेस थे. क्या बिगाड़ लिया कोर्ट ने मेरा? हालांकि यह वायरल वीडियो कब और कहां का है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. वायरल वीडियो की पुष्टि Bharat Sampark भारतवर्ष नहीं करता है.

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