ईसाई बन चुका पति अब अपनी पत्नी और बेटी पर धर्मांतरण के लिए…- भारत संपर्क


शशि मिश्रा

स्वामी विवेकानंद जी ने कहा भी था कि धर्मांतरण से केवल एक हिंदू कम नहीं होता बल्कि इससे हिंदू के एक शत्रु की बढ़ोतरी हो जाती है। आज भारत का हिंदू धर्मान्तरित हिंदुओं से ही परेशान है, जिन्होंने हर मोर्चे पर उन्हें विवश कर रखा है। ऐसी ही विवश एक महिला ने रविवार शाम को सिविल लाइन थाने में अपनी आपबीती सुनाते हुए अपने पति और उसके परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
भारतीय नगर में रहने वाली पूजा सोनी का विवाह दुर्गेश सोनी से कर दिया गया था, यह कहते हुए कि दुर्गेश हिंदू है। दुर्गेश सोनी के नाम से भी यही प्रतीत हो रहा था लेकिन असल में दुर्गेश सोनी और उसका पूरा परिवार ईसाई धर्म अपना चुका था। कहते हैं विवाह के बाद से ही पूजा को उसका पति और सास- ससुर लगातार ईसाई धर्म अपनाने के लिए विवश करते रहे। उसे प्रताड़ित करने के साथ मानसिक रूप से भी उस पर दबाव बनाने यह कहते रहे कि अगर वह ईसाई धर्म नहीं अपनाती है तो वह नरक में जाएगी और प्रभु यीशु उसे माफ नहीं करेंगे।
इन लोगों द्वारा पूजा सोनी और उनकी 9 साल की बेटी को भी धर्मांतरण के लिए विवश किया जाता है। दुर्गेश सोनी के भारतीय नगर स्थित घर में अक्सर चंगाई सभा का आयोजन कर आसपास के हिंदुओं को उसमें बुलाकर उनका भी धर्मांतरण किया जा रहा है। आसपास के लोग बड़ी संख्या में धर्मांतरित हो चुके हैं। इस रविवार को भी ऐसा ही प्रयास हुआ और एक बार फिर से पूजा सोनी को इतना मजबूर किया गया कि उसने खुदकुशी का इरादा कर लिया, लेकिन तभी उसकी बातचीत हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोगों से हुई, जिनके द्वारा उसे हौसला दिलाने के बाद पूजा सोनी ने अपने पति और सास- ससुर के खिलाफ शिकायत करते हुए धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने की बात कही। साथ ही उसने पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की है।

एक बार फिर सिद्ध हुआ कि विवेकानंद सही थे। आज धर्मान्तरित हिंदू ही हिंदू का सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है । पहले तो छद्म नाम के साथ महिला के साथ विवाह किया और फिर अब उसका धर्म परिवर्तन करना चाह रहे हैं। इसे लेकर हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने गहरी आपत्ति दर्ज कराई और ऐसे परिवार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है।