किस बंदूक से ट्रंप के खास चार्ली किर्क को मारा गया? सामने आई डिटेल – भारत संपर्क


चार्ली कर्क
अमेरिका के चर्चित कंजरवेटिव एक्टिविस्ट और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी चार्ली किर्क की हत्या ने पूरे देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. 31 वर्षीय किर्क को यूनिवर्सिटी ऑफ़ यूटा में लेक्चर के दौरान गोली मारी गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस हत्या को घृणित राजनीतिक हत्या करार दिया. साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि चार्ली किर्क को मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडमसे सम्मानित किया जाएगा. इस बीच खबर है कि एफबीआई ने उस हथियार को बरामद कर लिया जिससे किर्क की हत्या की गई थी
अमेरिकन कमबैक टूर के दौरान हमला
यह घटना यूटा वैली यूनिवर्सिटी में हुई, जहाँ किर्क द अमेरिकन कमबैक टूर कार्यक्रम के लिए पहुँचे थे. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि चार्ली टेंट के नीचे माइक पकड़कर बोल रहे थे. अचानक एक गोली उनके गले के पास आकर लगी, खून बहा और वे ज़मीन पर गिर पड़े.
जंगल में मिला मौत का हथियार
एफबीआई ने उस राइफल को बरामद कर लिया है, जिससे किर्क की हत्या की गई थी. यह हथियार घटना स्थल के पास जंगल में फेंका हुआ मिला. एफबीआई अधिकारी रॉबर्ट बोहल्स के मुताबिक, यह एक हाई-पावर्ड बोल्ट-एक्शन राइफल है. इस तरह की राइफलें बेहद सटीक निशाना लगाने के लिए जानी जाती हैं, भले ही इनकी फायरिंग स्पीड धीमी हो.
मॉउजर .30-06 राइफल पर शक
न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि यह हथियार संभवतः एक पुराना मॉउजर मॉडल है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह इंपोर्टेड मॉउजर .30-06 बोल्ट-एक्शन राइफल हो सकती है. जांचकर्ताओं को राइफल की चैंबर से एक खर्च हुआ कारतूस और कई अन्य गोलियाँ मिली हैं. इस तरह की राइफल का इस्तेमाल अक्सर मार्क्समैन और हंटर्स करते हैं.
साजिश की साफ झलक
न्यूज एजेंसी Reuters में छपी रिपोर्ट के अनुसार, रिटायर्ड एफबीआई एजेंट ब्रैड गैरेट का कहना है कि सबूत बताते हैं कि यह हत्या पूरी तरह योजनाबद्ध थी. हमलावर ने राइफल इसलिए फेंक दी ताकि भागते समय वह बंदूक के साथ दिखाई न दे. सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध को एक इमारत की छत से उतरते, सड़क पार करते और जंगल की ओर जाते देखा गया.