कतर से लौटेगा मेरा भाई… नेवी के 7 पूर्व अफसर लौटे तो बोलीं कमांडर पूर्णें… – भारत संपर्क
कमांडर पूर्णेंदु तिवारी की बहन डॉ. मीतू भार्गव
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार होकर फांसी की सजा पाने वाले इंडियन नेवी के 8 अफसरों की रिहाई हो गई है. इनमें से 7 अफसर भारत पहुंच भी गए हैं. हालांकि ट्रैवेल बैन होने की वजह से कमांडर पूर्णेदु तिवारी की वतन वापसी नहीं हो सकी है. ग्वालियर में रहने वाली पूर्णेदु तिवारी की बहन डॉ. मीतू भार्गव ने 7 अफसरों की वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया है. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द उनके भाई पूर्णेदु की भी वतन वापसी हो जाएगी.
इन सभी आठ अफसरों को कतर सरकार ने करीब डेढ़ साल पहले अरेस्ट किया था. इनके ऊपर जासूसी का आरोप था. इस मामले में इन्हें फांसी की सजा भी हो गई थी. डॉ. मीतू भार्गव ने सात अफसरों के भारत लौटने पर मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि सभी आठ अधिकारियों को रिहा कर दिया गया है. इनमें से 7 लोग भारत लौट आए हैं, जबकि उनके भाई पूर्णेदु पर ट्रैवल बैन होने की वजह से अभी तक वापसी नहीं हो पायी है.
पीएम के हस्तक्षेप से रूकी फांसी
डॉ. भार्गव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि इन सभी अफसरों को कतर पुलिस ने डेढ़ साल पहले जासूसी के आरोप में अरेस्ट किया था. इसके बाद वहां की अदालत ने इन्हें फांसी की सजा भी सुना दी थी. हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद पहल की और वहां की अथारिटी से बात कर ना केवल फांसी की सजा पर रोक लगवाई, बल्कि इन्हें रिहा कराते हुए वतन वापसी का भी इंतजाम कराया.
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7 अफसर भारत लौटे
उन्होंने बताया कि उनके प्रयासों की वजह से अब तक 7 अफसर भारत की धरती पर आ चुके हैं. हालांकि अभी भी उनके भाई कमांडर पूर्णेदु तिवारी के आने का इंतजार हो रहा है. उन्होंने बताया कि फिलहाल खुशी की बात यह है कि सभी अफसर रिहा हो चुके हैं. अब उनके ऊपर कोई चार्ज नहीं है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही उनके भाई भी अपने परिवार के पास लौट आएंगे.
रिपोर्ट: धर्मेंद्र शर्मा, ग्वालियर (MP)