पेटीएम फास्टैग यूजर्स के पास अब क्या हैं विकल्प, कैसे…- भारत संपर्क


पेटीएम फास्टैग का क्या होगा?Image Credit source: X/IMHCL
जब से भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विस को 29 फरवरी के बाद से बैन करने का आदेश सुनाया है. कंपनी के ऊपर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है. वह इससे निकलने और अपने ग्राहकों के हितों की रक्षा करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. अब सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टोल कलेक्शन यूनिट भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) ने राजमार्ग यूजर्स को परेशानी से बचने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अलावा 32 ऑथराइज्ड बैंकों से फास्टैग सेवाएं लेने की सलाह दी है.
पेटीएम फास्टैग का क्या होगा?
अगर आप पेटीएम फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अब उसे यूज नहीं कर पाएंगे. अगर आप चाहते हैं कि पेटीएम के फास्टैग सर्विस के बजाय दूसरे फास्टैग विकल्प का इस्तेमाल करने की सुविधा मिल सके तो सबसे पहले आपको पेटीएम फास्टैग को पेटीएम ऐप से जाकर डिएक्टिवेट करना होगा. एक बार जैसे ही आप उसे डिएक्टिवेट कर लेंगे आपसे पेटीएम दूसरे बैंक के साथ आपके फास्टैग अकाउंट को लिंक करने का ऑप्शन देगा. फिर आप ऑथराइज्ड बैंक के साथ उसे लिंक कर फास्टैग का इस्तेमाल जारी रख सकते हैं.
किन बैंकों में फास्टैग का है विकल्प?
इन 32 ऑथराइज्ड बैंकों में एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक शामिल हैं.
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इतने लोग करते हैं फास्टैग का इस्तेमाल
पेटीएम के पास टोटल फास्टैग अकाउंट होल्डर्स में एक बड़ा यूजर बेस है. उसके पास करीब 98 प्रतिशत यानी लगभग आठ करोड़ से अधिक यूजर्स हैं. रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी से लैस फास्टैग यूजर्स को सीधे लिंक किए गए बैंक खातों से राजमार्ग टोल शुल्क का भुगतान करने की सेवा प्रदान करता है.