वो कांग्रेस में असहाय अपमानित महसूस कर रहे…कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना क… – भारत संपर्क
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ की भाजपा में जाने की अटकलों को उन्ही के एक करीबी ने पुख्ता कर दिया है. इस खबर को पुख्ता करने वाले कोई और नहीं, बल्कि दीपक सक्सेना हैं. वही दीपक सक्सेना जिन्होंने साल 2018 का विधानसभा चुनाव छिंदवाड़ा सीट से लड़ा था. वह चुनाव को जीत भी गए थे. लेकिन जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने, तब दीपक सक्सेना ने कमलनाथ के लिए छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा दे दिया था.
बाद में साल 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ ही छिन्दवाड़ा विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में कमलनाथ जीतकर विधायक चुने गए थे. अब जब कमलनाथ के कांग्रेस को छोड़ बीजेपी में शामिल होने की खबर सामने आई है तो दीपक सक्सेना ने भी इस पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार कमलनाथ की अपेक्षा की जा रही है. सोनिया गांधी से बात होने के बाद भी उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा गया. इसके अलावा कांग्रेस तीन राज्यों में चुनाव हारी. लेकिन उपेक्षा सिर्फ कमलनाथ की ही की जा रही है. ऐसी स्थिति में कमलनाथ असहाय और अपमानित महसूस कर रहे हैं. दीपक सक्सेना के इस बयान के बाद अब कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की खबर और पक्की होती नजर आ रही है.
कमलनाथ छोड़ सकते हैं कांग्रेस का साथ
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सूत्रों की मानें तो छिंदवाड़ा से 9 बार सांसद रहे कमलनाथ जल्द ही कांग्रेस के कुनबे से अलग हो सकते हैं. कमलनाथ और नकुलनाथ पिछले कुछ दिनों से छिंदवाड़ा के दौरे पर थे, लेकिन उन्होंने अपना छिंदवाड़ा दौरा अचानक रद्द कर दिया और दिल्ली पहुंच गए. कमलनाथ के पार्टी छोड़ने की खबर लेकर TV9 भारतवर्ष ने दिग्विजय सिंह से बातचीत की. उन्होंने कहा कि उनकी कमलनाथ से दिल्ली पहुंचने पर फोन पर बात हुई है. मैंने उनसे कहा कि हमारा 50 साल का साथ है,आखिर तक साथ ही रहेंगे. बता दूं, अभी कमलनाथ ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला नहीं किया है.
बीजेपी ने किया स्वागत
उधर दूसरी तरफ, पूर्व सीएम कमलनाथ को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दिया. वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ और नकुलनाथ बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. वीडी शर्मा ने कहा कि जो देश और समाज के हित के लिए काम करना चाहता है तो उसका स्वागत है. कमलनाथ बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं तो दरवाजे खुले हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का विरोध किया इसलिए जिनके मन में पीड़ा है तो उनको अवसर मिलना चाहिए.