अलेक्सी नवलनी के शरीर पर मिले नीले रंग के निशान! रूसी मीडिया का दावा | Independent… – भारत संपर्क


रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचकों में से एक विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की हालही में मृत्यू हो गई. उनकी मौत के बाद से रूस कि सरकार पर गंभीर आरोप लग रहे हैं. नवलनी के समर्थक सड़कों पर उतर आएं हैं और उनका आरोप है कि नवलनी की मृत्यू कोई सामान्य मौत न होकर एक सियासी साजिश है.
अलेक्सी नवलनी को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने वाले उनके समर्थकों को दर्जनों रूसी शहरों में हिरासत में लिया गया. इस बीच, एक स्वतंत्र समाचार साइट का दावा है कि विपक्षी नेता के शरीर पर चोट के निशान दिखे हैं. रूस में अधिकारियों ने 400 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है, जिन्होंने रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की याद में आयोजित प्रदर्शनों में भाग लिया था.
ये भी पढ़ें- क्या है एस्पनोला ग्रुप? यूक्रेन को तबाह करने के लिए जिसकी मदद ले रहे पुतिन
36 शहरों से हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी
जानकारी की माने तो नवलनी के समर्थकों को मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग और बेलगोरोड सहित 36 शहरों में हिरासत में लिया गया, क्योंकि उन्होंने नवलनी की मौत को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. रूसी विपक्षी नेता की मौत की पुष्टि नवलनी के सहयोगियों ने की थी, लेकिन उनका कहना है कि रूसी सरकार उनका शव सौंपने से इनकार कर रही है. नवलनी की मौत के कारणों की अभी भी जांच की जा रही है. नवलनी के रिश्तेदारों को अबतक शव ले जाने की रजामंदी नहीं दी गई है.
ये भी पढ़ें- खंडहर बन चुके अवदिवका पर रूस का कब्जा, यूक्रेन से जंग में बड़ी जीत
स्वतंत्र रूसी अखबार का चौकाने वाला दावा
स्वतंत्र रूसी भाषा के अखबार नोवाया गजेटा यूरोप का कहना है कि नवलनी का शव आर्कटिक सर्कल पर उत्तरी साइबेरियाई शहर सालेकहार्ड में अस्पताल में रखा हुआ है. साथ ही अखबार ने ये भी दावा किया है कि अभी तक शव की अटॉप्सी नहीं की गई है. साथ ही अखबार के एक विशेष सूत्र ने ये बात भी बताई है कि नवलनी के शरीर पर नीले रंग के निशान है. आपको बता दें ये अखबार लातविया से प्रकाशित होता है. विपक्षी दलों का कहना है कि नवलनी की मृत्यू एक राजनीतिक साजिश है हालांकि मोस्को ने किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा का कहना है कि अभी भी फोरेंसिक जांच के कोई नतीजे नहीं आए हैं, लेकिन वेस्ट पहले से ही अपने निष्कर्ष निकाल रहा है. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने उनकी मौत को हत्या करार दिया है और नवलनी की मौत की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन समेत कई देशों के नेताओं ने निंदा की है.