गर्मी की शुरुवात के साथ ही बढ़ी बिजली की डिमांड- भारत संपर्क
गर्मी की शुरुवात के साथ ही बढ़ी बिजली की डिमांड
कोरबा। तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ ही बिजली की खपत भी बढऩे लगी है। फरवरी के दूसरे हफ्ते में प्रदेश में बिजली की मांग 5 हजार मेगावाट के करीब पहुंच गई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल-मई में बिजली की मांग लगभग 5500 से 5800 मेगावाट के आसपास हो सकती है। प्रदेश में बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन की सभी इकाईयां फुल लोड पर चल रही है। मड़वा की दोनों इकाईयों से 925 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन किया जा रहा है। कोरबा पश्चिम में स्थित बिजली कंपनी की पांच इकाईयां भी पूरी क्षमता से चल रही है। इन इकाईयों से लगभग 1200 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। डीएसपीएम संयंत्र भी 450 मेगावाट के आसपास बिजली की मांग को पूरा कर रहा है। इस तरह छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन कंपनी प्रदेश के कुल मांग में 2700 मेगावाट का योगदान दे रही है। शेष बिजली की मांग को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार सेंट्रल पोल से बिजली ले रही है।