गौतम अडानी को चाहिए 3400 करोड़, हिंडनबर्ग के बाद पहली बार…- भारत संपर्क
गौतम अडानी (फाइल फोटो : पीटीआई)
अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी के ग्रुप को 3400 करोड़ रुपए की दरकार है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद ये पहली बार है, जब अडानी ग्रुप ने मार्केट में इस तरह की डिमांड क्रिएट की है. कंपनी ने इसके लिए बड़ा फैसला किया है और वह इसका जोर-शोर से प्रचार प्रसार कर रही है.
दरअसल अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद पहली बार ‘डॉलर नोट’ को सेल के लिए जारी किया है. अडानी ग्रुप की कंपनी ‘अडानी ग्रीन एनर्जी’ और उसकी सहयोगी कंपनियों ने 18 साल का एक बॉन्ड जारी किया है.
अडानी से मिलेगा इतना ब्याज
अडानी ग्रुप की सोलर एनर्जी कंपनी ‘अडानी ग्रीन’ ने 18 साल की मैच्योरिटी वाले बॉन्ड जारी करने का फैसला किया है. इस पर ग्रुप शुरुआत में 7.12 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज देगी. डॉलर में जारी किए गए इन बॉन्ड से कंपनी ने 40.9 करोड़ डॉलर की राशि जुटाने का फैसला किया है. भारतीय रुपए में ये करीब 3400 करोड़ रुपए की रकम है.
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डॉलर में बॉन्ड जारी करने से अडानी ग्रुप को अपनी मौजूदा कैपिटल जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी. वहीं लॉन्ग टर्म में रिटर्न करने के लिए एकमुश्त रकम भी हासिल होगी.
हिंडनबर्ग से जब हिल गए थे अडानी
पिछले साल जनवरी में अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी. इसमें अडानी ग्रुप पर अपने शेयर प्राइस को मैन्युपुलेट करने, खातों में हेरा-फेरी करने जैसे तमाम आरोप लगे थे. इस घटना ने अडानी ग्रुप को पूरी तरह हिला दिया था.
अडानी ग्रुप के शेयर सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे. वहीं गौतम अडानी दुनिया के सबसे रईस लोगों की टॉप-20 की लिस्ट से भी बाहर हो गए थे. हालांकि बाद में जीक्यूजी पार्टनर्स से मदद मिलने के बाद अडानी ग्रुप के शेयर प्राइस स्थिर हुए थे.