मुंह की बजाय नाक से क्यों लेनी चाहिए सांस? स्टडी में सामने आई ये बात | nose…

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मुंह की बजाय नाक से क्यों लेनी चाहिए सांस? स्टडी में सामने आई ये बात | nose…
मुंह की बजाय नाक से क्यों लेनी चाहिए सांस? स्टडी में सामने आई ये बात

नाक से सांस लेने से शरीर को मिलते हैं ये फायदेImage Credit source: freepik

सांस लेने का तरीका भी हमारे हेल्दी और अनहेल्दी होने का संकेत देता है. वैसे तो आमतौर पर सभी नाक से ही सांस लेते हैं, लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो ज्यादातर मुंह से सांस खींचते हैं. हाल ही में हुई एक रिसर्च में 61 प्रतिशत लोगों ने भी यह स्वीकारा की वह मुंह से सांस लेते हैं. मुंह से सांस लेना वैसे तो नॉर्मल है, फिर भी कई बार आपने बड़ो को या फिर हेल्थ एक्सपर्ट्स को कहते सुना होगा कि नाक से सांस लेनी चाहिए. जानते हैं. फिलहाल जान लेते हैं कि इस बारे में स्टडी क्या कहती है.

नाक और मुंह से श्वसन तंत्र की शुरुआत होती है जो (श्वसन नली) वायुमार्ग और फिर फेफड़ों से होकर आगे बढ़ती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह सही बनाए रखने में मदद मिलती है. सांस लेने के लिए नाक और मुंह दो पथ माने गए हैं, लेकिन नाक से सांस लेना ज्यादा सही माना जाता है. अब इसी को लेकर एक स्टडी हुई है जिसमें बताया गया है कि आखिर क्यों नाक से सांस लेना जरूरी होता है.

नाक से सांस लेना है ज्यादा फायदेमंद

अमेरिकन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी रेगुलेटरी इंटीग्रेटेड एंड कम्पेरेटिव फिजियोलॉजी में छपी एक रिसर्च के मुताबिक, सास लेने का पैटर्न आपके ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बी प्रभावित करता है. इस रिसर्च में पाया गया कि मुंह की बजाय अगर आप नाक से सांस लेते हैं तो आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियों का जोखिम कम होता है.

अध्ययन में शामिल हुए 20 यंगस्टर्स

इस अध्ययन में 20 हेल्दी यंगस्टर्स को शामिल किया गया और उन्हें आराम, वर्कआउट आदि करते वक्त केवल अपनी नाक या फिर मुंह से सांस लेने को कहा गया. इस शोध में हर सत्र के दौरान लोगों का ब्लड प्रेशर, ब्लड में ऑक्सीजन का लेवल और हार्ट रेट मापी गई. इस दौरान देखा गया कि जब लोग आराम करते वक्त अपनी नाक से सांस ली तब उनका ब्लड प्रेशर कम रहा और हार्ट रेट की टाइमिंग में भी सुधार हुआ. आराम के वक्त नाक से सांस लेते वक्त तंत्रिका तंत्र ज्यादा आरामदायक अवस्था में रहा.

क्या वर्कआउट करते वक्त भी पड़ता है फर्क?

ज्यादातर देखने में आता है कि जब लोग कोई भारी चीज उठाते हैं, सीढ़ियां चढ़ते हैं, दौड़ते हैं या फिर वर्कआउट करते हैं तो इस दौरान मुंह से सांस लेने लगते हैं, क्योंकि उस समय धड़कन तेज हो जाती हैं, इसलिए मुंह से सांस लेना ज्यादा आरामदायक लगता है, लेकिन ज्यादातर लोगों का कहना होता है कि इस दौरान भी नाक से ही सांस खींचनी चाहिए. वहीं स्टडी इस बारे में कहती है कि वर्कआउट करते वक्त नाक या फिर मुंह से सांस लेने में कोई अंतर नहीं था.

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