क्या होगा Paytm का? अब तो म्यूचुअल फंड कंपनियों ने भी घटाया…- भारत संपर्क


क्या हल होंंग पेटीएम की मुश्किलें? Image Credit source: TV9 Graphics
देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनियों में से एक पेटीएम (Paytm) की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं. पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर पाबंदियां लगाई, जिसके चलते उसकी कई सर्विसेस बैन हो गई. अब उसकी बची हुई सर्विसेस भी 15 मार्च के बाद बंद होने जा रही हैं. इस बीच पेटीएम के इंवेस्टर बेस में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. पेटीएम में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड हाउसेज भी उससे अपने हाथ खींच रहे हैं.
अगर नजर डालें, तो भारतीय रिजर्व बैंक की सख्ती के बाद कई म्यूचुअल फंड हाउसेज ने पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी को घटाया है. इन कंपनियों ने पेटीएम में अपने शेयर्स को स्टॉक मार्केट में बेचा है. जबकि कुछ म्यूचुअल फंड कंपनियों ने तो पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी को पूरी तरह खत्म कर दिया है.
म्यूचुअल फंड कंपनियों की हिस्सेदारी हुई क
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने शेयर बाजार में पेटीएम के शेयर बेचे हैं. जनवरी के दौरान म्यूचुअल फंड हाउसेज के पास पेटीएम के जितने शेयर थे, फरवरी के दौरान उनमें 25 फीसदी की कमी आई है. करीब 6 म्यूचुअल फंड हाउसेज ने पेटीएम में अपने निवेश को पूरी तरह से निकाल लिया है. जनवरी के अंत तक पेटीएम में 24 म्यूचुअल फंड हाउसेज का निवेश था, जबकि फरवरी के अंत तक 18 हाउसेज का ही नाम इस लिस्ट में शामिल रहा है.
ये भी पढ़ें
पेटीएम को मिल सकता है थर्ड पार्टी लाइसेंस
इस बीच अच्छी खबर ये है कि फिनटेक कंपनी पेटीएम को ‘नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से थर्ड पार्टी ऐप पेमेंट का लाइसेंस मिल सकता है. लाइसेंस को इसी हफ्ते मंजूरी मिलने की संभावना जताई जा रही है. यह लाइसेंस मिलने के बाद पेटीएम के यूजर्स पहले की तरह बिना रोक-टोक UPI से पेमेंट कर सकेंगे. हालांकि इसके लिए ग्राहकों को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को छोड़कर अन्य किसी बैंक खाते से अपने यूपीआई को लिंक करना होगा.