चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों से दुनियाभर में क्यों मची है…- भारत संपर्क

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चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों से दुनियाभर में क्यों मची है…- भारत संपर्क
चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों से दुनियाभर में क्यों मची है खलबली, ये है कारण

चीन की इलेक्ट्रिक गाड़ियों से दुनियाभर में क्यों मचा है हल्ला, ये है कारण

हाल के दिनों में इलेक्ट्रिक कारों को लेकर चीन ने बड़ी तेजी से प्रगति की है. जिसको लेकर अब दुनियाभर के EV मार्केट में अब हल्ला मचा हुआ है. कुछ दिन पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसको लेकर एक विवादित बयान दिया है. जिस कारण अब अमेरिकी बाजार में चाइनीज इलेक्ट्रिक गाड़ियों की एंट्री मुश्किल हो सकती है. उन्होंने अपने एक अभियान भाषण में कहा था कि अमेरिकी बाजार में चीनी कंपनियों की बनी गाड़ियों पर 100% टैरिफ लगाएंगे. यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव में जीत नहीं मिली तो अमेरिकी ऑटो बाजार में खून-खराबा हो जाएगा.

ट्रंप का बयान चीन के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) मार्केट में व्यापक चिंता को दर्शाती हैं जो खतरे में है. चीन की EV गाड़ियां अपने प्राइसिंग के कारण बाजारों पर हावी है. बड़े पैमाने पर निर्माण और कच्चे माल और बैटरी तक बेहतर पहुंच के साथ, चीनी ईवी निर्माता सस्ते ईवी बनाने में सक्षम हुए हैं जो पश्चिमी ईवी निर्माताओं को मात दे सकते हैं.

इस कारण मचा है हल्ला

चीनी ईवी ने पश्चिमी निर्माताओं को सुरक्षा चिंताओं की तुलना में उनकी सस्ती कीमतों के कारण ज्यादा डरा दिया है. ब्लूमबर्ग ने हाल ही में रिपोर्ट दी है कि चीनी ईवी गाड़ियों ने अमेरिका के फोर्ड और जीएम जैसे वाहन निर्माताओं के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है. BYD की 10,000 डॉलर से कम कीमत वाली सीगल इलेक्ट्रिक कार वैश्विक वाहन निर्माताओं के लिए एक नया मानक स्थापित करती है, जिससे अमेरिका के ऑटो हब डेट्रॉइट को सस्ती राइड की ओर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है.

BYD अमेरिका में नहीं बेचता है लेकिन BYD की सीगल हैचबैक जैसी सस्ती चीनी ईवी अमेरिकी वाहन निर्माताओं के लिए भविष्य के खतरे का संकेत दे रही हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कार की सबसे अच्छी खासियत इसकी $9,698 कीमत है. वॉरेन बफेट के बर्कशायर हैथवे द्वारा समर्थित शेन्ज़ेन स्थित कंपनी BYD, साल 2023 के अंत में टेस्ला को पछाड़कर दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता बन गई है.

अभी अमेरिका में इतना लगता है टैरिफ

अमेरिका में आयातित चीनी कारों पर 25% टैरिफ लगता है, लेकिन मेक्सिको से आयातित कारें, जो चीनी भागों से बनी होती हैं, यूएस-मेक्सिको-कनाडा व्यापार समझौते के कारण 2.5% टैरिफ का भुगतान करती हैं. हालांकि, BYD की अमेरिका में बेचने की तत्काल कोई योजना नहीं है, लेकिन वह मेक्सिको में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने पर विचार कर रही है.

फरवरी में, टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क ने अर्निंग कॉल में निवेशकों को चेतावनी दी थी कि यदि BYD ने टेस्ला को पछाड़ दिया तो चीनी ईवी कंपनियां अपने पश्चिमी प्रतिद्वंद्वियों को “ध्वस्त” कर देंगी.

ईवी बैटरी के बाजार में चीन का दबदबा

मार्केट ट्रैकर्स एसएनई रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल वैश्विक बैटरी उपयोग के मामले में शीर्ष 10 कंपनियों में से छह चीनी थीं, जो वैश्विक लिथियम बैटरी बाजार में लगभग दो-तिहाई हिस्सेदारी रखती थीं. इनमें से, CATL और BYD का बाजार में आधे से अधिक हिस्सा है. ईवी बैटरियों में इस्तेमाल होने वाली कुछ प्रमुख सामग्रियों को बनाने में भी चीन की सबसे बड़ी वैश्विक हिस्सेदारी है. इसमें दुनिया की 65 फीसदी लिथियम, 74 फीसदी कोबाल्ट और 42 फीसदी तांबा प्रॉसेसिंग यूनिट शामिल हैं. यह एकमात्र देश है जो ईवी कोशिकाओं के एक अन्य प्रमुख घटक ग्रेफाइट का प्रोसेसिंग करता है.

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