भारत में विदेशी निवेशकों ने तोड़ा 5 साल पुराना रिकॉर्ड,…- भारत संपर्क


एफपीआई भारत के शेयर बाजार में निवेश का रिकॉर्ड बना रहा है.
मौजूदा साल में मार्च के महीने में भारत के शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों रुख कुछ वैसा ही देखने को मिल रहा है, जैसा मार्च 2019 में देखने को मिला था. उस समय भी विदेशी निवेशकों को भारत में चुनाव के बाद स्थिर और बेहतर आने सरकार आने की उम्मीद थी. इस बार को विदेशी निवेशकों का रुख और भी ज्यादा आक्रामक देखने को मिल रहा है. जी हां, विदेशी निवेशकों ने साल 2019 के मार्च में महीने के अपने निवेशकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. वित्त वर्ष के आखिरी कारोबारी महीने के खत्म होने के एक हफ्ता पहले ही 38 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश कर दिया है. खास बात तो ये है कि मौजूदा वित्त वर्ष में विदेशी निवेशकों ने भारत के शेयर बाजार में 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश कर दिया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा साल में विदेशी निवेशकों ने अब तक शेयर बाजार में कितना निवेश किया है.
शेयर बाजार में बन विदेशी निवेशकों का रिकॉर्ड
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा महीने यानी मार्च के महीने में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 38,098 करोड़ रुपए का निवेश किया है. इससे पहले आज तक वित्त वर्ष के आखिरी कारोबारी महीने में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में निवेश नहीं किया है. साल 2017 से अब तक ये तीसरा मौका है तब विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है. खास बात तो ये है कि विदेशी निवेशकों ने 5 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अब तक मार्च के महीने में सबसे ज्यादा निवेश का रिकॉर्ड 2019 में बना था. तब विदेशी निवेशकों ने 33,981 करोड़ रुपए का निवेश किया था. मौजूदा साल में इससे पहले फरवरी में एफपीआई ने शेयरों में 1,539 करोड़ रुपए डाले थे. वहीं जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे. कुल मिलाकर इस साल अबतक एफपीआई भारतीय शेयर बाजार में 13,893 करोड़ रुपये डाल चुके हैं. अगर मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें को विदेशी निवेशकों ने 2,11,211 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया है.
डेट मार्केट में भी निवेश
शेयरों के अलावा एफपीआई ने इस महीने में 22 मार्च तक लोन या बॉन्ड मार्केट में 13,223 करोड़ रुपए का निवेश किया है. ऋण या बॉन्ड बाजार की बात की जाए, तो ब्लूमबर्ग ने अगले साल 31 जनवरी से भारतीय बॉन्ड को इमर्जिंग मार्केट (ईएम) लोकल करेंसी गवर्नमेंट इंडेक्स में शामिल करने की घोषणा की है. इसके चलते एफपीआई बॉन्ड बाजार में पैसा लगा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने बॉन्ड बाजार में फरवरी में 22,419 करोड़ रुपए, जनवरी में 19,836 करोड़ रुपए, दिसंबर में 18,302 करोड़ रुपए डाले थे. मौजूदा कैलेंडर ईयर में विदेशी निवेशकों ने लोन या बॉन्ड बाजार में 55,480 करोड़ रुपये का निवेश किया है. अगर बात मौजूदा वित्त वर्ष की करें तो विदेशी निवेशकों ने बॉन्ड मार्केट में 1,20,680 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
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क्या कहते हैं जानकार
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई मार्च में उल्लेखनीय खरीदारी कर रहे हैं. वैश्विक आर्थिक मोर्चे पर सुधार और भारत के सकारात्मक वृहद आर्थिक परिदृश्य की वजह से एफपीआई भारत जैसे ऊंची वृद्धि वाले बाजारों का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा बाजार में हालिया करेक्शन से भी उन्हें निवेश का अवसर मिला है. हालांकि, पिछले सप्ताह एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 31.4 करोड़ डॉलर के शेयर बेचे. इसकी वजह यह है कि उन्होंने सतर्कता का रुख अपनाया.