अपने पार्टनर के साथ ‘डिनर डेट’ करना पड़ेगा महंगा, ये है कारण…- भारत संपर्क
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अगर आप भी बाहर जाकर खाना खाने के शौकीन हैं तो जल्द ही आपकी जेब का बोझ बढ़ सकता है. फिर चाहें वो अपनी गर्लफ्रेंड को चॉकलेट देना हो या बाहर कॉफी डेट पर ले जाना. जी हां, डिनर डेट पर जाना या घर पर खाना आर्डर करके खाना जल्द ही आपको महंगा पड़ सकता है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि रेस्टोरेंट और क्विक सर्विस जैसे ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी के रेट्स में 5-8 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. दरअसल, पिछले महीने कोको, कॉफी, पाल्म ऑयल और चीनी के रेट्स में इजाफा हुआ था जिस कारण अब आपकी डिनर डेट पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है.
ये है महंगाई का कारण
घाना और आइवरी कोस्ट जैसे प्रमुख उत्पादक देशों में निराशाजनक पैदावार के बाद कोको की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं, जो 10,000 डॉलर प्रति टन से अधिक हो गई हैं. जनवरी-मार्च तिमाही में कोको की कीमतें पिछली तिमाही से दोगुनी हो गई हैं. इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कोको की कीमतें 45 वर्षों में सबसे ऊंचे स्तर पर हैं और केवल एक वर्ष में, कमोडिटी की कीमतें 150% से अधिक बढ़ गई हैं, जबकि कोकोआ मक्खन 300% बढ़ गया है.
मौसम की मार
रिपोर्ट के मुताबिक, कोको किसानों के लिए बदलता मौसम अभिशाप बनकर उभर रहा है. सप्लाई की अभूतपूर्व कमी की वजह से किसानों को कोई मुनाफ़ा नहीं मिल रहा है.कमोडिटी में बढ़ोतरी से कीमतें बढ़ रही हैं और रेस्तरां में पैक किए गए खाद्य पदार्थों के पैक आकार के साथ-साथ हिस्से के आकार पर भी खतरा मंडरा रहा है.
बढ़ जाएगा रेस्टोरेंट में खाना खाने का खर्च
मेनलैंड चाइना और सिग्री का संचालन करने वाले लिस्टेड स्पेशलिटी रेस्तरां के अध्यक्ष अंजन चटर्जी के मुताबिक, खाने-पीने की अधिकांश वस्तुओं की कीमतें बढ़ रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप इनपुट लागत बढ़ रही है. जिस कारण अब उन्हें भी अपनी कीमतों की समीक्षा करनी पड़ रही है. अगर ये इसी तरह जारी रहा तो उन्हें अपने मेनू की कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर होना ही पड़ेगा.
इसी कड़ी में काइलिन रेस्तरां श्रृंखला के प्रबंध निदेशक सौरभ खनिजो ने कहा इकोनॉमिक्स टाइम्स से कहा कि बाजार काफी प्रतिस्पर्धी है, इसलिए हमने कुल मिलाकर कीमतों में केवल 5% की वृद्धि की है, हालांकि हमारी इनपुट लागत में वृद्धि को देखते हुए हम पर जो असर पड़ रहा है, वह बहुत अधिक है.”
महंगी हो जाएंगी चॉकलेट
जो लोग चॉकलेट और अन्य चीनी आधारित कन्फेक्शनरी उत्पाद बनाते हैं वे भी कीमतों में बढ़ोतरी या पैक आकार में कमी पर विचार कर रहे हैं. अमूल चॉकलेट और स्वादयुक्त पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता के मुताबिक, विशेष रूप से कोको की कीमत में तेजी के चलते या टी कीमतें बढ़ेंगी या फिर पैक का साइज छोटा हो सकता है.
पाल्म आयल की कीमतों में भी तेजी
पाम तेल की कीमतें, होटल, रेस्तरां और कैफे (होरेका) सेगमेंट के लिए एक प्रमुख घटक, मलेशिया और इंडोनेशिया से आपूर्ति कम होने के कारण पिछले तीन महीनों में 10% बढ़ गई हैं. ऑयल ट्रेडिंग फर्म सनविन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी संदीप बाजोरिया के मुताबिक, कीमतों में बढ़ोतरी जून की शुरुआत तक जारी रहेगी.
जुबिलेंट फूडवर्क्स, जो डोमिनोज़ पिज़्ज़ा और डंकिन डोनट्स का संचालन करता है, उन्होंने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, साथ ही कैफे श्रृंखला टाटा स्टारबक्स और बरिस्ता ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
कॉफी भी हो सकती है महंगी
कॉफी भी महंगी हो रही है. कच्चे रोबस्टा कॉफी बेरी की फार्मगेट कीमत पिछले सप्ताह केरल में रिकॉर्ड 172 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 115 रुपये प्रति किलोग्राम थी. रोबस्टा कॉफी बीन्स की हाजिर कीमत 315 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो 2023 में इसी अवधि के दौरान 210 रुपये थी. बेमौसम बारिश, श्रम की कमी और मांग में वृद्धि के कारण, कॉफी मुद्रास्फीति साल-दर-साल दोहरे अंक में पहुंच गई. 15.3% (2.5% तिमाही-दर-तिमाही), मोतीलाल ओसवाल ने अपनी नवीनतम कमोडिटी अंतर्दृष्टि रिपोर्ट में कहा. FY23 से FY24 में चीनी की कीमतों में 10.8% की वृद्धि हुई, वर्तमान में कीमतें 3,800 रुपये प्रति क्विंटल हैं.