Ujjain: बच्चों ने हाथ की नस काटकर की खुदकुशी, मां ने खून इकट्ठा करके फ्रिज … – भारत संपर्क

0
Ujjain: बच्चों ने हाथ की नस काटकर की खुदकुशी, मां ने खून इकट्ठा करके फ्रिज … – भारत संपर्क

उज्जैन में भाई-बहन की खुदकुशी में बड़ा खुलासा.
पति कुवैत में कई सालों से नौकरी कर रहा था, यहां मध्य प्रदेश के उज्जैन में उसकी पत्नी और दो बच्चे रह रहे थे. अक्सर पत्नी अपने पति से पैसे भेजने और भारत आने का दबाव डालती थी. इस पर एक दिन उसने साफ कह दिया कि जितने पैसे भेज रहा हूं उतने में काम चलाओ और ज्यादा उम्मीद मत रखो. पति का यह मैसेज उसके परिवार पर दुखों के पहाड़ की तरह टूट पड़ा. पत्नी और दोनों बच्चे लंबे वक्त से डिप्रेशन में थे. इस घटना के बाद दोनों बच्चों ने खुदकुशी कर ली और मां ने उनका खून फ्रिज में जमा कर रख दिया ताकि पति के भारत आने पर वो उन्हें उस खून को दिखा सके.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला उज्जैन के मोहम्मदपुरा बोहरा बाखल में रंगपंचमी से ठीक एक दिन पहले दो सगे भाई-बहन ने घर के अंदर खुदकुशी कर ली थी. इस दौरान उनके पास से सुसाइड लेटर भी मिला था. जानकारी देते हुए एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया की 29 मार्च 2024 को थाना जीवाजीगंज क्षेत्र में ताहेर और जाहरा नाम के बहन-भाई ने घर मे हाथ की नस काटकर खुदकुशी कर ली है. जीवाजीगंज पुलिस ने पूरे मामले में खुदकुशी मानकर जांच शुरू की. इस दौरान घटना स्थल से एक सुसाईड नोट भी मिला. सुसाइड नोट में दोनों मृतक भाई-बहन के सिग्नेचर भी थे. सुसाईड नोट में दोनों ने अपने पिता सादिक को आत्महत्या का जिम्मेदार बताया था. जब शॉर्ट पीएम की रिपोर्ट आई तो उसमें पता चला कि दोनों भाई-बहन ने हाथ की नस काटने के पहले जहर भी खाया था.
सख्ती से पूछताछ के बाद हुआ खुलासा
पुलिस ने जांच करते हुए वारदात की जगह से कई सबूत इकट्ठे किए. इसके बाद खुदकुशी कर चुके भाई-बहन के पिता सादिक और मां फातिमा को थाने पर लाकर पूछताछ की गई. सख्ती से पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सका. एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया सादिक 2003 से ही कुवैत में रह रहा था और बहुत कम पैसे भेजता था. साथ ही कई सालों में एकाद बार ही भारत आता था. वहीं बच्चे ताहेर को बचपन से कम दिखाई देता था. उसका इलाज भी नहीं हो पा रहा था. पारिवारिक हालातों की वजह से ताहेर और जाहरा दोनों ही लंबे वक्त से डिप्रेशन का शिकार थे.
ये भी पढ़ें

सादिक और फातिमा के बीच अक्सर इसी बात पर झगड़े होते थे कि वह पैसे नहीं भेज रहा जिससे बच्चों का इलाज भी नहीं हो पा रहा है. जब फातिमा ने ज्यादा दबाव बनाया तो सादिक ने मोबाइल पर मैसेज कर दिया कि ‘मेरे पास रूपये कम है, कर्ज ज्यादा है… मुझसे तुम लोग ज्यादा उम्मीद मत रखना.’ इस मैसेज को पढ़ने के बाद फातिमा, ताहिर और जाहरा की सारी उम्मीदें टूट गईं. तीनों ने खुदकुशी करने का फैसला लिया. बच्चे चाहते थे कि मां फातिमा खुदकुशी न करे बल्कि जब उनका पिता वापस आए तो उसे उसकी गलती का अहसास दिलाए.
जहर खाया, फिर काटी नसें
ताहेर और जाहरा ने पहले नींद की गोलियां खाई और हाथों की नसें काट लीं, लेकिन जब इससे भी उनकी मौत नहीं हुई तो उन्होंने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली. दोनों बच्चों की आत्महत्या के मामले में माता-पिता के खिलाफ थाने में आईपीसी की धारा 306, 305 के तहत मामला दर्ज किया है, इसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है.
सादिक को खून दिखाने के लिए रखा था फ्रिज में
फ्रिज में खून रखा, खुद सुसाइड नोट लिखा
पिता के मैसेज के बाद जब फातिमा, जाहरा और ताहेर ने खुदकुशी का प्लान बनाया तो उस वक्त तक फातिमा भी उनके साथ खुदकुशी करना चाहती थी. लेकिन बच्चों ने ऐसा करने से रोका और कहा कि जब उनका पिता आए तो वह उसे दोनों बच्चों को खून दिखाएं. इसलिए फातिमा ने दोनों बच्चों को खुदकुशी करने में साथ दिया और उनका खून लेकर पॉलीथीन में भरकर फ्रिज में रख दिया. ताकि जब सादिक आए तो उसे दिखा सके. इतना ही नहीं दोनों बच्चों की तरफ से सुसाइड नोट भी फातिमा ने ही लिखा था. हालांकि इस लेटर पर दोनों बच्चों ने साइन किए थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ओसाका वर्ल्ड एक्सपो: छत्तीसगढ़ पवेलियन में रौनक, पहले ही दिन पहुंचे 22 हजार से ज्यादा… – भारत संपर्क| Bigg Boss 19 Premiere LIVE Updates: इन 15 सितारों की हुई ‘बिग बॉस 19’ में… – भारत संपर्क| मनरेगा के तहत औचित्यपूर्ण हितग्राहीमूलक एवं अभिसरण के तहत…- भारत संपर्क| परिवार से नाराज होकर लखनऊ से दिल्ली पहुंची युवती, पुलिस ने लगा लिया पता… … – भारत संपर्क| पहले लगाया गले, फिर कंधे पर किया किस… वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी…