Indore: एकतरफा प्यार में लड़की और उसके भाई को गोलियों से भूना, फिर खुद को भ… – भारत संपर्क

एकतरफा प्यार फिर बना काल
मध्य प्रदेश के इंदौर के भवरकुआ थाना क्षेत्र के स्वामीनारायण मंदिर में एक युवक ने एक युवक और युवती को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया तो वहीं खुद को भी गोलीमार कर आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. शुरूआती जांच में मामला एक तरफा प्यार का बताया जा रहा है. घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें युवक गोलीकांड की घटना को अंजाम देकर मंदिर में से बाहर भागते हुए नजर आ रहा है.
पूरा मामला इंदौर के भंवर कुआ थाना क्षेत्र के स्वामीनारायण मंदिर का बताया जा रहा है. स्वामीनारायण मंदिर में स्नेहा अपने एक रिश्तेदार भाई दीपक जाट के साथ बैठी हुई थी और इसी दौरान वहां पर अभिषेक यादव नाम का एक युवक आया और फिर तीनों में किसी बात को लेकर तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत होती रही. बातचीत बहस में बदल गई. इसी दौरान अभिषेक को किसी बात पर गुस्सा आ गया और उसने अपने पास मौजूद पिस्टल से तकरीबन 2 से तीन फायर दोनों पर कर दिए.
मैंने गोली मार दी!
अचानक हुए घटनाक्रम के कारण दीपक और स्नेहा ने बचने का प्रयास किया, लेकिन अभिषेक ने गोली काफी नजदीक से मारी थी जो दीपक और स्नेहा को लगी और वह वहीं पर जमीन पर गिर गए. उनको जमीन पर गिरता देख अभिषेक वहां से काफी तेजी से भागा और तकरीबन 100 से 150 मीटर की दूरी पर मौजूद एक कैंटीन में गया और वहां पर दुकानदार से पीने के लिए पानी मांगा. लोगों की मानें तो वह चिल्ला रहा था कि मैंने गोली मार दी! मैंने गोली मार दी!
तीनों की मौत
उसके बाद उसने खुद ने भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली इसके बाद वहीं पर मौजूद कुछ लोगों ने पूरे मामले की सूचना भंवरकुआ पुलिस को दी. इससे पहले भंवरकुआ पुलिस मौके पर पहुंचती उसके पहले ही तीनो की स्पॉट पर ही मौत हो गई. प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात सामने आई की जहां अभिषेक इंजीनियरिंग कॉलेज का स्टूडेंट था तो वहीं स्नेहा जाट महाराजा कॉलेज से इंजीनियरिंग की स्टूडेंट थी. दीपक जाट ओरिएंटल कॉलेज में पढ़ रहा था. दीपक स्नेहा का दूर का रिश्तेदार बताया जा रहा है.
स्नेहा को परेशान कर रहा था अभिषेक
जानकारी सामने आई है कि अभिषेक पिछले कुछ दिनों से लगातार स्नेहा को परेशान कर रहा था. वह उसका पीछा कर शादी करने को लेकर दबाव बना रहा था. स्नेहा ने कई बार अभिषेक की करतूत के बारे में परिजनों को भी जानकारी दी और परिजनों ने भी अभिषेक को समझाया था लेकिन अभिषेक समझने को तैयार नहीं था और शायद इसी के चलते स्नेहा अपने के भाई दीपक को लेकर स्वामीनारायण मंदिर पहुंची थी. स्नेहा ने फोन कर मंदिर में होने की जानकारी अभिषेक को दी और इसके बाद अभिषेक भी वहां पहुंचा. अभिषेक को दीपक और स्नेहा ने भी समझाने की कोशिश लेकिन वह नहीं माना और इसी बात को लेकर तीनों में जमकर कहासुनी हुई जिसके बाद अभिषेक ने दोनों को गोली मार दी. पुलिस का कहना है कि अभिषेक ने तकरीबन सात दिन पहले ही इस घटना को अंजाम देने की योजना बना ली थी.