इजरायल ईरान वॉर ने उड़ाई अडानी ग्रुप की नींद, जानिए एक्सपर्ट…- भारत संपर्क

इजरायल-ईरान युद्ध छिड़ने के बाद मिडिल ईस्ट देशों में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर, युद्ध लंबा खिंचने पर कुछ भारतीय कंपनियों का कारोबार प्रभावित हो सकता है, जिसमें अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन एलडी उन भारतीय कंपनियों में से एक है. शेयर बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, अडानी समूह की कंपनी की उत्तरी इज़राइल के हाइफ़ा पोर्ट में बड़ी हिस्सेदारी है. ईरान-इजराइल युद्ध ने मध्य पूर्व क्षेत्र में अस्थिरता पैदा कर दी है और इसका असर हाइफ़ा पोर्ट पर अडानी पोर्ट्स के कारोबार पर पड़ सकता है. वहीं अगर युद्ध पर इजरायल कमांड कर लेता है तो इससे शेयर में उछाल भी आ सकती है.
उन्होंने कहा कि युद्ध के और लंबा खिंचने से उत्तरी इजराइल में हाइफा बंदरगाह का संचालन प्रभावित हो सकता है, जहां अडानी पोर्ट्स की बड़ी हिस्सेदारी है. इसलिए, किसी को मध्य पूर्व की लेटेस्ट न्यूज विशेषकर ईरान-इज़राइल संघर्ष को लेकर सतर्क रहना चाहिए.
कितना किया है अडानी ग्रुप ने निवेश?
ईरान-इजराइल के बीच जंग छिड़ने से अडानी पोर्ट्स पर असर दिख सकता है. दरअसल, अडानी पोर्ट्स उत्तरी इजराइल में हाइफा पोर्ट का मालिक है. इसने जनवरी 2024 में लगभग 1.03 अरब अमेरिकी डॉलर में खरीदारी पूरी की और एक लोकल पार्टनर के साथ पोर्ट का संचालन करता है. वैसे तो दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग ने अभी तक पोर्ट को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं किया है, लेकिन अगर तनाव बढ़ता है तो इस पोर्ट पर असर दिख सकता है.
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अभी क्या है शेयर की हालत?
18 अप्रैल को खबर लिखे जाने तक स्टॉक में कोई बिकवाली नहीं देखी गई थी. इसलिए स्टॉक में ग्रीन में कारोबार कर रहा था. दोपहर तक स्टॉक 2.12% के उछाल के साथ 1,332 पर कारोबार करता रहा. ऐसे में निवेशक अभी के लिए तो सेफ हैं, लेकिन उन्हें आगे सतर्कता के साथ पैसा लगाना चाहिए.
हालांकि मार्केट एक्सपर्ट इस शेयर को 1280 के स्टॉप लॉस के साथ 1400 के टार्गेट प्राइस पर ट्रेड करने का सलाह दे रहे हैं. अडानी ग्रुप के दूसरे शेयर भी आज तेजी से कारोबार कर रहे हैं. इतना नहीं नहीं आज मार्केट भी ग्रीन में कारोबार कर रहा है. ऐसे में निवेशकों को आज अच्छी कमाई की उम्मीद है.