लौटकर इजराइल गाजा पर ही आया, क्या ईरान के दम से घबराया? | israeli war cabinet skip… – भारत संपर्क


इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू Image Credit source: AFP
इजराइल वॉर कैबिनेट की रविवार देर रात फिर से बैठक हुई. उम्मीद की जा रही थी इस बैठक में ईरान को लेकर चर्चा होगी, लेकिन इस बार फिर वॉर कैबिनेट का रुख गाजा की तरफ हो गया है, रविवार रात बुलाई गई बैठक में गाजा में बचे बंधको की रिहाई के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई है. कुछ पश्चिमी मीडिया ने 18 अप्रैल को बताया था कि इजराइल ने ईरान पर ड्रोन और मिसाइल से जवाबी स्ट्राइक की है.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर ने ये कहते हुए इस दावे को नकार दिया कि ये कोई ड्रोन नहीं थे, बच्चों के टॉय की तरह थे जो ईरान की तरफ भेजे गए. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा था कि हमें इजराइल और इस हमले के बीच कोई संबंध नहीं मिला. बता दें इस हमले की पुष्टी किसी इजराइली अधिकारी द्वारा भी नहीं की गई है. ऐसे में सबकी नजरे इजराइल की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं.
गाजा पर ही क्यों वापसी?
7 अक्टूबर को हुए हमास के हमलों के महज कुछ ही घंटो बाद IDF ने गाजा में बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरु कर दिए थे. लेकिन ईरान के हमले को करीब 9 दिन बीत जाने के बाद भी इजराइल बयानों के अलावा कुछ नहीं कर पाया है. इस बैठक में गाजा वापसी की वजह जानकार इजराइल पर बढ़ते अंदरूनी दबाव को मानते हैं. बेंजामिन नेतन्याहूं की सरकार के खिलाफ देश के अंदर बेहद गुस्सा है, IDF ने जिस वक्त गाजा में अपनी जमीनी कार्रवाई शुरू की थी तब बेंजामिन नेतन्याहूं ने कहा था, “गाजा में ग्राउंड इंवेजन का मकसद गाजा से हमास का खात्मा और बंधकों की रिहाई है.” लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी वे दोनों में से एक मकसद भी पूरा नहीं कर पाए हैं.
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न ही गाजा से सभी बंधक वापस आए हैं न ही हमास का पूरी तरह खात्मा हो पाया है. ईरान पहले ही धमकी दे चुका है कि अगर इजराइल ने कोई जवाबी हमला किया तो वे दोगुनी ताकत से जवाब देंगे. जानकार मानते हैं कि इजराइल इस बात को अच्छे से जानता है कि ईरान की सेना हमास से कई गुना ज्यादा ताकतवर और हमास जैसी कई प्रोक्सीज को ईरान मदद करता है. हमास ने पहले से ही इजराइल सरकार को घुटनों पर ला दिया है. देश में इंफ्लेशन से लेकर जगह-जगह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसे में एक और नाकामयाब सैन्य ऑपरेशन इजराइल सरकार शुरू करने से बच रही और वापस से देश की जनता का ध्यान गाजा पर लाना चाह रही है.
वॉर कैबिनेट की बैठक में क्या हुआ?
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को बैठी युद्ध कैबिनेट में चार सदस्य इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, इज़राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और नेशनल यूनिटी पार्टी के अध्यक्ष बेनी गैंट्ज़ शामिल हुए. इजराइल सरकार के प्रेस ऑफिस द्वारा जारी एक वीडियो बयान में, नेतन्याहू ने कहा, “इस रात, हमारे 133 प्यारे भाई और बहनें सेडर टेबल पर नहीं बैठे हैं और अभी भी हमास के नरक में कैद हैं.” इसके अलावा बंधकों की रिहाई के लिए चल रही बातचीत खत्म होने का भी इल्जाम हमास पर ही लगाया है.