ग्लोबल वार्मिंग का इस मुस्लिम देश ने निकाला ऐसा तोड़, 5 महीने बाद दुनिया देगी मिसाल |… – भारत संपर्क

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ग्लोबल वार्मिंग का इस मुस्लिम देश ने निकाला ऐसा तोड़, 5 महीने बाद दुनिया देगी मिसाल |… – भारत संपर्क
ग्लोबल वार्मिंग का इस मुस्लिम देश ने निकाला ऐसा तोड़, 5 महीने बाद दुनिया देगी मिसाल

इंडोनेशिया में बन रही नई राजधानी

पर्यावरण तेजी से बदल रहा है और इसके दुषप्रभाव भी देखने को मिलने लगा है. कहीं भयंकर सूखा पड़ रहा तो कहीं बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. समंदर किनारे बसे कई शहरों पर जलस्तर बढ़ने के कारण ढूबने का खतरा बना हुआ है. इसी खतरे का सबसे ज्यादा शिकार इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता हुआ है. जकार्ता की 40 फीसदी जमीन समुद्र तल में चली गई है, जिसके चलते यहां के लोगों के घरों का डूबने का खतरा बन गया है.

विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ सालों में शहर डूब जाएगा. लेकिन ऐसा होने से पहले ही इंडोनेशिया सरकार एक बड़े प्लान पर काम कर रही है. इस प्लान के तहत जकार्ता के करीब 20 लाख निवासियों को करीब 1400 किमी दूर नुसंतारा में स्थानांतरित किया जाएगा. अपनी राजधानी को डूबता देख इंडोनेशिया सरकार ने नई राजधानी बनाने का फैसला 2019 में ही कर लिया था. इसका काम इतनी तेजी से किया जा रहा है कि इस साल अक्टूबर में पहला बैच इस नए शहर में शिफ्ट किया जाएगा.

बन रहीं नई राजधानी

ग्लोबल वार्मिंग के संकट से बचने के लिए इंडोनेशिया नई राजधानी बना रहा है. जकार्ता से करीब 1400 किलोमीटर दूर बोर्नियो के पूर्वी तट पर एक नया शहर बनाया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 30 बिलियन डॉलर है और इसको पूरा होने में 2045 तक का समय लग सकता है.

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फ्यूचरिस्टिक सिटी

नुसंतारा को फ्यूचरिस्टिक सिटी के तौर बनाया जा रहा है. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक नुसंतारा 1,000 SQ माइल में फैला है, लेकिन इसके बावजूद इस पर शहर महज 216 SQ माइल पर बसाया जा रहा है. भविष्य में अगर जरूरत पड़ती है तो इसका विस्तार किया जाएगा. इंडोनेशिया सरकार इस सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए उटोपियन स्टाइल डिजाइन से निर्माण कर रही है. इस सीटी में सिर्फ इलेक्ट्रिक वहानों के प्रवेश की इजाजत होगी.

एक लाख से ज्यादा वर्कर्स कर रहे काम

बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति विडोडो ने नुसंतारा का निर्माण शुरू करने के लिए करीब 100,000 वर्कर्स को भेजा है और जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या 150,000 से 200,000 के बीच की जा सकती है. काम इतनी तेजी से हो रहा है कि 2024 के अंत तक इसमें लोगों का शिफ्ट होना शुरू हो जाएगा.

प्रोजेक्ट वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक, 2022 से जंगल में सड़कों का एक नेटवर्क पूरा कर लिया गया है. ताकि सरकारी सुविधाओं और अन्य कार्यालयों का निर्माण शुरू हो सके. शुरुआत में इस शहर की आबादी लगभग 500,000 होने की उम्मीद है.

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