क्या एलियन लाए थे धरती पर सोना? नासा ने किया था रिसर्च, आज…- भारत संपर्क
सोना हर रोज या तो महंगा हो जाता है, या फिर कुछ सौ रुपए प्रति 10 ग्राम भाव पर सस्ता हो जाता है. कई बार कीमत में कोई बदलाव नहीं देखी जाती है. यह प्रक्रिया हर महीने-हर साल चलती रहती है, लेकिन कभी आपके दिमाग में ये ख्याल आया कि जिस सोने को खरीदने के लिए पूरा इंडिया पागल रहता है. उसकी शुरुआत कैसे हुई. ये जो दावा किया जा रहा है कि इसे धरती पर एलियन लाए थे. उसमें कितनी सच्चाई है? नासा ने अपने रिसर्च में इसको लेकर क्या कहा था? आज की स्टोरी में इन सभी विषयों पर बात करने वाले हैं.
रिसर्च में हुआ खुलासा
नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने इस पर रिसर्च किया, तो उन्हें कई हैरान करने वाले रिजल्ट मिले. दरअसल, ‘एस्ट्रोनॉमी’ में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों का मानना है कि जब धरती बनी तो उस समय यहां पर सोना मौजूद नहीं था. वैज्ञानिकों का मानना है कि दशकों तक कई सारे भूमंडलीय पिंड धरती से टकराते रहे थे, और लगभग 4 बिलियन वर्ष पहले पृथ्वी पर कुछ उल्कापिंड गिरे, जिसके साथ सोना और प्लेटिनम भी आया. जब धरती पर सोना आया, तो उस समय को साइंस की भाषा में ‘लेट अक्रीशन’ कहा जाता है. इस रिसर्च से यह स्पष्ट होता है कि एलियन वाली थ्योरी गलत है, और धरती पर सोना उल्कापिंडों के माध्यम से ही आया, इसलिए उसे ‘स्पेस धातु’ भी कहते हैं. इस शब्द का जिक्र आप अक्सर साइंस के किताब में देखने को मिल जाता है.
इस देश के पास है सोने का खजाना
8,133.5 टन सोने के भंडार के साथ अमेरिका इस सूची में पहले स्थान पर है. यूनाइटेड स्टेट्स बुलियन डिपॉजिटरी में इस सोने को जमा कर रखा गया है. इसका प्रबंधन ट्रेजरी डिपार्टमेंट ऑफ यूनाइटेड स्टेट्स करता है. जर्मनी के पास 3,362.4 टन सोने का भंडार मौजूद है. इस तरह सोने के भंडार के मामले में जर्मनी दूसरे स्थान पर है. जर्मनी का सोने का भंडार फ्रैंकफर्ट में ड्यूश बुंडेसबैंक, अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक की न्यू यॉर्क शाखा और लंदन में बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखा गया है. अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध इटली के पास 2,451.8 टन सोने का भंडार है. ये भंडार अधिकतर सोने की ईंटों के रूप में जमा है. इसके अलावा, बड़ी संख्या में सोने के सिक्के भी इस भंडार में रखे गए हैं. बैंक ऑफ इटली सोने के इस भंडार की देख-रेख करता है.