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नीट यूजी टेस्ट में हटाए गए टॉपिक्स से भी पूछे गए सवाल, कुछ प्रश्न एनसीईआरटी से बाहर के भी, उलझे रहे परीक्षार्थी
कोरबा। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी रविवार को आयोजित की गई। नीट यूजी के सिलेबस में इस बार बड़ा बदलाव किया गया था। दस से ज्यादा टॉपिक्स हटाए गए और कुछ नए जोड़े गए थे। रोचक तथ्य यह है कि हटाए गए टॉपिक्स से भी सवाल पूछे गए। एक्सपर्ट का कहना है कि नए टॉपिक्स से एक-दो प्रश्न आए। जैसे कैमिस्ट्री के क्वांटिटेटिव एनालिसिस से एक सवाल आया। इसी तरह बायो में एनिमल टिश्यू और कॉकरोच से दो प्रश्न पूछा गया। कुछ प्रश्न एनसीईआरटी से बाहर के भी थे। फिजिक्स में कैलकुलेशन ज्यादा था। इसमें जोड़े गए नए टॉपिक्स से कोई प्रश्न नहीं आया। इसी तरह मैच और मल्टीपल क्वेश्चन की संख्या ज्यादा थी, इसने छात्रों को उलझाया। एसबीबीएस, बीडीएस, आयुष, वेटनरी और नर्सिंग के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए यह परीक्षा हुई है। नीट रविवार को दोपहर 2 से शाम 5.20 बजे तक हुई। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायो (बॉटनी-जूलॉजी) से कुल 200 प्रश्न पूछे गए। नीट के प्रश्न पत्र के आंकलन करने से यह तथ्य सामने आया कि इस बार पेपर में मेल करने वाले प्रश्नों की संख्या अधिक थी। इसके करीब 40 प्रश्न पूछे गए। इसमें से 32 सवाल तो बायो में ही पूछे गए।जिसमें से 13 बॉटनी और 20 जूलॉजी में थे। इसी तरह मल्टीपल ऑप्शन के 13 से अधिक प्रश्न थे। एक्सपर्ट्स का कहना है ऐसे सवालों को हल करने में समय लगता है। पहले जहां बायोलॉजी के पेपर को 40 से 45 मिनट में हल करने के बाद छात्र फिजिक्स पर ज्यादा समय देते थे। इस बार उन्हें बायो में ही एक घंटे से ज्यादा का समय लगा। वहीं फिजिक्स का पेपर कैलकुलेटिव था और कम समय बचने के कारण स्टूडेंट्स कई सवाल हल नहीं कर पाए। इस बार पेपर का लेवल औसत था। जो टापिक्स हटाए गए थे, उनमें से भी कुछ सवाल आए हैं। साल दर साल कटऑफ बढ़ता जा रहा है। इस बार भी ज्यादा रहने की संभावना है।
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प्रदेश में यूजी के लिए 3040 सीटें
छत्तीसगढ़ में 10 शासकीय और 3 निजी संस्थान हैं। इन मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1910 सीटें हैं। इनमें से 1460 शासकीय और 450 निजी कॉलेजों की सीटें हैं। नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में सबसे ज्यादा 230 एमबीबीएस सीटें हैं। वहीं दूसरी ओर आयुर्वेद के तीन कॉलेज हैं। इनमें 2 शासकीय और 1 निजी है। सभी में यूजी की कुल 430 सीटें हैं। इसी तरह बीएनवायएस और होम्योपैथी के यूजी में 50-50 सीटें मौजूद है। राज्य में 1 शासकीय और 5 निजी डेंटल कॉलेज है। इनमें बीडीएस की 600 सीटें हैं।