7 मई को होगा मतदान, मतदाता चुनेंगे अपना सांसद, भाजपा…- भारत संपर्क
7 मई को होगा मतदान, मतदाता चुनेंगे अपना सांसद, भाजपा कांग्रेस में सीधा मुकाबला, 27 प्रत्याशी हैं मैदान में
कोरबा। प्रदेश में 7 मई को तीसरे और अंतिम दौर का चुनाव होगा। कोरबा सीट भी अंतिम चरण के चुनाव में शामिल है। इस सीट पर भाजपा कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। कोरबा सीट पर 27 प्रत्याशी मैदान में है। मतदाता मंगलवार को अपना सांसद चुनने वोट डालेंगे। रविवार शाम से राजनैतिक पार्टियां चुनाव प्रचार के लिए न तो जुलूस, आम सभाएं आयोजित कर सकेंगे और न ही लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर सकेंगी। इन 48 घंटों के दौरान उम्मीदवार केवल घर-घर जाकर ही मतदाताओं से संपर्क कर सकेंगे।अब आगे के 48 घंटों में प्रत्याशी और पार्टी के कार्यकर्ता चाहे तो डोर-टू-डोर प्रचार कर सकेंगे। किसी तरह के शोर-शराबे के बिना प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में चुनावी प्रचार कर सकेंगे।भाजपा ने कोरबा जीतने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। पूरे देश से लोग सरोज के समर्थन में आए हैं। नि:स्वार्थ प्रचार में लगे हैं।वहीं पत्नी के लिए चरणदास महंत अपनी कूटनीति के दम पर जीतने का प्रयास कर रहे हैं। सरोज पांडेय ने कोरबा के लिए अलग संकल्प पत्र बनाया है। इसमें उन्होंने वादा किया है अगर वे सांसद बनीं तो ग्राम पंचायतों में विकास कार्य के लिए 25 लाख रुपए देंगी। वहीं ज्योत्सना महंत महालक्ष्मी योजना के तहत सरकार आई तो एक लाख रुपए सालाना देने का वादा कर रही हैं। इसके अलावा भाजपा 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के फ्री इलाज के गारंटी के साथ मैदान में है।भाजपा शहरी क्षेत्रों में अधिक मजबूत नजर आ रही है। कोरबा में मोदी का मैजिक देखने को भी मिल रहा है। वहीं कांग्रेस शहरों की अपेक्षा गांवों पर अधिक फोकस किए हुए हैं। दोनों पार्टियों बड़े नेताओं की सभाएं भी हो चुकी हैं। कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी तो भाजपा के लिए अमित शाह और योगी आदित्यनाथ सभाएं कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी लगातार दौरे कर चुके हैं। उनकी पत्नी आदिवासी इलाकों में छोटी सभाएं कर चुकी हैं।2009 में पहली बार यह सीट अस्तित्व में आई। पिछले तीनों चुनाव में कांग्रेस ने महंत परिवार से प्रत्याशी चुना, वहीं भाजपा हर बार प्रत्याशी के चेहरे बदलती रही। तीन में से दो बार कांग्रेस जीती और एक बार भाजपा को विजय मिली है। इस बार भी सीट पर कांटे की टक्कर है। अब मतदाताओं का मत ही फैसला करेगा कि कोरबा सीट का चौथा सांसद कौन बनेगा।कोरबा लोकसभा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का बड़ा वोट बैंक है। विधानसभा चुनाव के दौरान पाली तानाखार, रामपुर, भरतपुर सोनहत में उसे एक लाख अधिक वोट मिले थे। गौड़ आदिवासी इस पार्टी का फिक्स वोट बैंक है। अगर गोंगपा को अधिक वोट मिलते हैं तो भाजपा को सीधे फायदा हो सकता है।लोकसभा में भाजपा ने दो कैबिनेट मंत्री उतार रखे हैं। कोरबा से लखनलाल देवांगन और मनेंद्रगढ़ से श्याम बिहारी जायसवाल को 4-4 विधानसभाओं की जिम्मेदारी दी गई है।
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बसें अधिग्रहित, यात्री भटके
लोकसभा चुनाव के लिए मतदान दलों व सुरक्षा बल को मतदान केंद्रों के लिए भेजने निर्वाचन विभाग ने यात्री बसों का अधिग्रहण कर लिया है। जिससे यात्रियों को भटकना पड़ा। शहर के नया बस स्टैंड से होकर जिले के भीतर व दूसरे जिलों के बीच चलने वाली 150 बसों में 130 का अधिग्रहण किया गया है। रविवार को अधिग्रहित बसों में करीब 70 फीसदी बसों को बुला लिया गया। सभी रूट पर बसों की कमी होने से यात्री परेशान नजर आए। गंतव्य के लिए इधर उधर भटकते रहे। बसों से भरे रहने वाला ट्रांसपोर्टनगर स्थित नया बस स्टैंड में गिनती के बस ही नजर आए। हालांकि कुछ बसों के रविवार को चलने से राहत जरूर मिलती रही। सोमवार को चुनाव के लिए अधिग्रहित किए गए सभी बसें निर्वाचन तत्काल के लिए रवाना हो गई हैं।