MP: 20 लाख का घोटाला किया, पकड़े जाने के डर से कलेक्टर ऑफिस में लगवा दी आग;… – भारत संपर्क

0
MP: 20 लाख का घोटाला किया, पकड़े जाने के डर से कलेक्टर ऑफिस में लगवा दी आग;… – भारत संपर्क

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में कलेक्ट्रेट में लगी आग के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने आग लगाने की साजिश रचने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक कलेक्ट्रेट के जल संसाधन विभाग में एक प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपने घोटाले को छुपाने के लिए ही आग लगाने की योजना बनाई थी. बताया जा रहा है कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने 20 लाख रुपये के घोटाले के अंजाम दिया है.
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला शुक्रवार की रात का है जब कलेक्ट्रेट की कई शाखाओं के ऑफिस में आग लग गई. आग लगने की खबर शनिवार सुबह लगी लेकिन तब तक पांच दफ्तरों का सारा रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया. जैसे-तैसे मशक्कत के बाद आग को बुझाया जा सका. इसके बाद दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की गई. सीसीटीवी में दो शख्स दिखाई दिए जो कि कलेक्ट्रेट के अंदर घुसकर आग लगा रहे थे.
स्कैम छिपाने बनाया था प्लान
जल विभाग के प्राइवेट कंप्यूटर ऑपरेटर रूप सिंह परिहार ने ही कलेक्ट्रेट कार्यालय में रखे दस्तावेजों जलाने के लिए आग लगाने का प्लान बनाया था. इसके लिए उसने पिछरो के जितेंद्र पाल और राहुल को अपने प्लान में शामिल किया. रूप सिंह ने दोनों को 10-10 हजार रुपये का लालच दिया और आग लगाने के लिए राजी कर लिया. रूप सिंह ने दोनों को एक-एक हजार रुपये पहले एडवांस भी दे दिया.
रूप सिंह ने जितेंद्र और राहुल को साथ ले जाकर रेकी भी करवाई थी और प्लान भी समझाया था. इसके बाद शुक्रवार रात करीब 10 बजे तीनों आग लगाने के इरादे से गए थे लेकिन चौकीदार को देखकर वापस आ गए. इसके बाद रात करीब 12.15 बजे फिर गए और जितेंद्र और राहुल ने कलेक्ट्रेट में घुसकर पेट्रोल डालकर बताए हुए रूम में आग लगा दी.
20 लाख का है घोटाला
दरअसल रूप सिंह परिहार लंबे वक्त से एक प्राइवेट कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम कर रहा है जो कि नदी परियोजना के तहत गांव वालों से ली गई जमीन का भुगतान कराने के लिए डॉक्यूमेंट्स तैयार करवाती है. इसी से बिल जनरेट होकर भू अर्जन शाखा भेजे जाते हैं. इन भुगतानों में रूप सिंह ने 20 लाख का फर्जी भुगतान भी करवा लिया था. पत्नी के नाम पर करीब 7 लाख, दूसरे खातों में करीब 14 लाख रुपये का भुगतान कराया है. इसी मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए थे. रूप सिंह को लगा कि अब उसका किया फर्जीवाड़ा सबके सामने आ जाएगा. इसलिए उसने यह प्लान बनाया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Ancient Mathematics Vs Vedic Math: प्राचीन गणित और वैदिक मैथ्स में क्या फर्क है?…| फेयर से डस्की तक….स्किन टोन के हिसाब से कैसे चुनें सही फाउंडेशन, ये टिप्स…| छत्तीसगढ़ में दो अलग-अलग घटनाओं में 6 लोग डूबे – मरहीमाता…- भारत संपर्क| *सीएम कैंप कार्यालय बगिया में ग्रामीणों की समस्याओं का हुआ समाधान 56 आवेदन…- भारत संपर्क| नेतन्याहू का ऐसा डर…आनन-फानन में ऑस्ट्रेलिया ने ईरान पर लिया एक्शन, राजदूत को किया… – भारत संपर्क