आरबीआई घरेलू गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी कुल भंडार 800 टन के…- भारत संपर्क
आरबीआई के पास मार्च 2019 के आखिरी तक सोने का भंडार 612 टन था. वहीं 292 टन सोना घरेलू स्तर पर रखा गया था. RBI के पास कुल 822 टन सोना था, आरबीआई ने 408 टन सोना देश के अंदर रखा हुआ है. सरप्लस फंड से आरबीआई सरकार को 2.1 लाख करोड़ रुपये देने की तैयारी में है. आरबीआई के घरेलू गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी आई है.
आरबीआई के 608 वीं बैठक में अबतक का सबसे अधिक डिविडेंड पेआउट का निर्णय लिया गया. यह पिछले साल के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा है. पिछले वित्त वर्ष में आरबीआई ने 87,416 करोड़ रुपये का डिविडेंड पेआउट सरकार को दिया था.
घरेलू गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी
आरबीआई की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च 2019 और मार्च 2024 के बीच भारत का घरेलू गोल्ड रिजर्व 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके दौरान टोटल गोल्ड रिजर्व में 34 फीसदी की बढ़त आई है. इसी साल के अंत तक, आरबीआई के पास कुल 822 टन सोना था, जिसमें से 408 मीट्रिक टन सोना देश के अंदर रखा हुआ है.
कुल सोने का भंडार मार्च 2019 के अंत तक 612 टन था, वहीं घरेलू स्तर पर 292 टन सोना रखा गया था. पिछले साल सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी 7.37 फीसदी से बढ़कर मार्च 2024 के अंत में 8.15 फीसदी हो गई.
ये भी पढ़ें
आरबीआई कैसे कमाता है?
आरबीआई कमाई का बड़ा जरिया गोल्ड पर किया गया इन्वेस्टमेंट, सरकारी बॉन्ड और विदेशी मार्केट में फॉरेक्स और बॉन्ड ट्रेडिंग होता है. ऐसे में आरबीआई के पास इस बार अबतक का सबसे अधिक सरप्लस था. ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले साल दोनों बाजारों में, गोल्ड और विदेशी मुद्रा बाजार एक्टिव था. बैंक ने डॉलर को बड़े प्रॉफिट पर बेचा वहीं मुद्रा बाजार में रेकॉर्ड बॉन्ड खरीदा गया, जिस पर अच्छा रिटर्न मिला है.