Ujjain: 3 दिन पहले पत्नी ने 2 बच्चों संग खाया था जहर, जान गई तो पति ने भी क… – भारत संपर्क

खुदकुशी करने वाले पति पत्नी
तीन दिन पहले उज्जैन शहर में एक मां ने अपने बच्चों के साथ जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की थी. इस मामले में बेटी और बेटे को तो डॉक्टर ने बचा लिया था लेकिन मां को नहीं बचा पाए थे. सामूहिक खुदकुशी के मामले जानकारी जैसे ही महिला के पति कमल त्रिवेदी को लगी तो वह तुरंत नीमच से उज्जैन आया था. कमल ने अपने परिवार से कहा था कि वह ‘मैं भी अब जिंदा रहने वाला नहीं हूं और मैं भी अपनी जान दे दूंगा…’. पत्नी की मौत के तीन दिन बाद पति ने भी जहर खा लिया और खुदकुशी कर ली है. कमल ने अपने ससुर को कॉल करके बच्चों का ध्यान रखने की बात कही है.
कमल का परिवार शहर के एमआर 5 रोड स्थित ग्रेटर रतन एवेन्यू में रहता है. कमल के परिवार में पत्नी सीमा के अलावा एक बेटा और एक बेटी है. तीन दिन पहले कमल काम से शहर से बाहर गया था, जिसके बाद उसकी पत्नी सीमा ने अपने बेटे और बेटी को भी जहरीला पदार्थ पिला दिया था. इसके बाद उसने खुद जहर पी लिया. सीमा चाहती थी कि उसके दोनों बच्चों की मौत उसके साथ ही हो जाए. लेकिन समय रहते बेटा और बेटी हॉस्पिटल पहुंच गए और उनकी जान बच गई. जबकि महिला सीमा त्रिवेदी की उपचार के दौरान मौत हो गई थी.
पूरे मामले मे चिमनगंज थाना पुलिस जांच में जुट गई और खुदकुशी के कारणों का पता लगाने के लिए लगातार पूछताछ कर रही थी. सीमा ने खुदकुशी से पहले सुसाइड नोट लिखकर इस निर्णय के लिए भी खुद को जिम्मेदार बताया है. पुलिस इस मामले में हर पहलू पर जांच कर रही थी और परिजनों के बयान भी ले रही थी. इसी बीच कमल त्रिवेदी ने भी आज जहरीला पदार्थ खा लिया. कमल के ससुर बालूसिंह ने बताया कि उन्हें दोपहर में कमल ने खुद जहरीला पदार्थ खाने की सूचना दी थी. इसके बाद उसे खोजा गया और हॉस्पिटल में ले जाकर एडमिट किया. लेकिन, तब तक उसकी मौत हो गई थी.
झूठ बोलकर पिलाया था जहर
पुलिस को इस पूरे मामले में अब तक की गई विवेचना में यह जानकारी मिली है कि सीमा चाहती थी कि उसके बाद उसके दोनों बच्चे जिंदा न रहें इसलिए उसने बेटी को जहर पिलाते समय कहा था कि बेटा यह पोलियो की दवा है पी लो. जबकि पुलिस को यह भी पता चला है कि उसने घटना वाली रात पति को भी व्हाट्सएप पर मैसेज किए थे कि सुबह उठते ही उज्जैन आ जाना अलमारी की चाभी तस्वीर के पीछे रखी हुई है.
और उलझ गई गुत्थी
सामूहिक रूप से आत्महत्या के मामले को पुलिस अब तक सुलझा नहीं पाई थी, क्योंकि इस कदम को उठाने के पीछे सीमा ने खुद को ही दोषी बताया था जिसका एक सुसाइड नोट पुलिस को भी मिला था. पुलिस जैसे तैसे कुछ कड़ियों को जोड़कर इस मामले को सुलझा रही थी कि कमल की मौत ने इस मामले को और भी उलझा दिया है.
नाना के घर पहुंचे दोनों बच्चे
स्वस्थ होने के बाद दोनों बच्चों की हॉस्पिटल से छुट्टी कर दी गई है. इसके बाद दोनों बच्चे अपने नाना निवासी भैरवगढ़ के साथ रहने चले गए. घर पर कमल काफी दिनों से अकेला ही था.