वाट्सऐप और टेलीग्राम से हो रहे हैं स्टॉक मार्केट फ्रॉड, ऐसे…- भारत संपर्क
भारत में बढ़ रहे हैं ऑनलाइन ठगी के मामले
शेयर बाजार में भी अब साइबर फ्रॉड्स ने ठगी का तरीका खोज निकाला है. लगातार पैसा डबल करने जैसे मामलों के घोटाले लगातार बढ़ रहे हैं. जिसके चलते सैलरी से बचाए पैसे को चुटकी में गवां देते है. ऐसे में आप कैसे पहचान सकते हैं कि कोई धोखेबाज़ आपको ठगने की कोशिश कर रहा है? क्या इन घोटालों से खुद को और अपनी बचत को बचाने का कोई तरीका है? अगर आप खुद को इन घोटालों से बचाना चाहते हैं, तो आपको शेयर बाज़ार में होने वाली ऐसी धोखाधड़ी के तौर-तरीकों को समझना चाहिए.
CA ने गवाए 1.97 करोड़ रुपये
अहमदाबाद के वासना, 88 साल के चार्टर्ड अकाउंटेंट ने शेयर ट्रेडिंग साइबर धोखाधड़ी में 1.97 करोड़ रुपये गंवा दिए. अहमदाबाद साइबर क्राइम ब्रांच में दर्ज एफआईआर में मधुकांत पटेल ने बताया कि इसकी शुरुआत फरवरी के पहले सप्ताह में हुई जब उन्हें एक अननोन नंबर से व्हाट्सएप पर मिला. भेजने वाले ने खुद को सुनील सिंघानिया बताया था. उसने दावा किया कि वह करणवीर ढिल्लन नाम के एक शेयर बाजार जानकार के साथ काम कर रहा है. सिंघानिया ने उन्हें स्टॉक वैनगार्ड 150 नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप का हिस्सा बनने के लिए कहा. उस व्हाट्सएप ग्रुप में सिंघानिया और ढिल्लों ने विभिन्न शेयर बाजार के निवेश के तरीके को बताना शुरू किया. व्हाट्सएप ग्रुप में कई और लोग थे. उसके बाद वासना को एक और व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया.
क्या था मामला
सिंघानिया और ढिल्लों निवेश की जानकारी देते थे. कभी-कभी व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के जरिए भी उनकी बात-चीत होता थी. एक महीने के अंदर, व्हाट्सएप ग्रुप के कुछ लोगों ने सिंघानिया और ढिल्लों द्वारा दी गई सलाह के आधार पर शेयर बाजार में अपने द्वारा किए गए फायदे के बारे में पोस्ट करना शुरू कर दिया. उन दावों को सच मानकर, पटेल ने अपना पैसा शेयर बाजार में निवेश करना शुरू कर दिया. वासना को एक वेबसाइट पर लॉग इन करने के लिए कहा गया. इसके बाद उन्होंने 1.97 करोड़ रुपये गंवा दिए.