Amul Price Hike: महंगा हुआ अमूल दूध, अब एक लीटर दूध के लिए…- भारत संपर्क
अमूल का दूधImage Credit source: TV9 Graphics
Amul Price Hike: आम जनता को एक बार फिर महंगाई का झटका लगा है. गुजरात मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने अमूल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है. इस बार प्रति लीटर दो रुपये का इजााफा किया गया है. यह कीमतें सोमवार सुबह से लागू होने जा रही है यानी अब 3 जून से प्रति लीटर 2 रुपए अधिक कीमत दूध के लिए भुगतान करने होंगे.
यह आदेश अमूल गोल्ड, अमूल ताजा और अमूल शक्ति तीनों पर लागू होगा. यानी तीनों में से कोई भी दूध आप खरीदते हैं तो आपको एक्स्ट्रा भुगतान करना होगा. सिर्फ अमूल ताजा नाना पाउच की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. यानी यह दूध आपको पुरानी कीमतों पर ही मिलेगा. बता दें कि यह बढ़ोतरी पूरे देश में एक साथ की गई है. ऐसा नहीं है कि यह किसी एक राज्य के लिए है.
अब इतना महंगा हो जाएगा अमूल दूध
अमूल की नई कीमतों के मुताबिक, अमूल गोल्ड आधा लीटर अब 32 रुपए से बढ़कर 33 रुपए हो गया है. अमूल ताजा 500 एमएल की कीमत 26 रुपए से बढ़कर 27 रुपए हो गई है. अमूल शक्ति 500 एमएल अब 29 रुपए से बढ़कर 30 रुपए हो गया है. अमूल ताजा के छोटे पाउच को छोड़कर सभी दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए गए हैं. अहमदाबाद में अमूल गोल्ड का 500 मिलीलीटर का पैक अब 33 रुपए में मिलेगा. अमूल शक्ति पैक 30 रुपए में और अमूल ताजा 27 रुपए में मिलेगा.
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इसका मतलब है कि अब लोगों को एक लीटर दूध के लिए 66 रुपए चुकाने होंगे, जो चुनाव से पहले 64 रुपए प्रति लीटर था. दूध की इस बढ़ी कीमतों से आम आदमी के बजट पर सीधा असर पड़ने जा रहा है. यानी अब आम जनता पर महंगाई की एक और मार पड़ने जा रही है. एक तरफ जहां आम जनता बढ़ती महंगाई से परेशान हैं. अब दूध की कीमतों में आई ये बढ़ोतरी उनके लिए एक बड़ी समस्या बन जाएगी.
इस वजह से कीमतों में हुई बढ़ोतरी
जीसीएमएमएफ ने आखिरी बार फरवरी 2023 में दूध की कीमत बढ़ाई थी. कंपनी का कहना है कि किसानों को उनकी बढ़ी हुई उत्पादन लागत की भरपाई के लिए यह बढ़ोतरी जरूरी है. 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी का मतलब एमआरपी में 3-4 फीसदी की बढ़ोतरी है, जो औसत खाद्य महंगाई से काफी कम है. कंपनी ने बताया कि दूध के संचालन और उत्पादन की कुल लागत में वृद्धि के कारण यह मूल्य वृद्धि की जा रही है.
जीसीएमएमएफ के अनुसार, अमूल एक नीति के रूप में उपभोक्ताओं द्वारा दूध और दूध उत्पादों के लिए भुगतान किए गए प्रत्येक रुपए का लगभग 80 पैसा दूध उत्पादकों को देता है. इसमें कहा गया है कि मूल्य संशोधन से हमारे दूध उत्पादकों को लाभकारी दूध की कीमतें बनाए रखने में मदद मिलेगी तथा उन्हें अधिक दूध उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी.