FD Interest Rate Cut: कम होने वाली हैं एफडी की ब्याज दरें,…- भारत संपर्क
घट सकती हैं एफडी की ब्याज
भारत में इस समय बैंकों की एफडी पर 7.5 से 9.5 प्रतिशत तक का ऊंचा ब्याज मिल रहा है. कमर्शियल बैंक में जहां एफडी पर ब्याज दरें 7 से 8 प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी हुई हैं. वहीं स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी पर सबसे हाई 9.5 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहे हैं. इस बीच देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने ऐसी बात कही है, जिससे मिड टर्म में एफडी पर ब्याज दरों में भारी कटौती होने के संकेत मिलते हैं.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा का कहना है कि इस समय देश में जमा (डिपॉजिट) पर ब्याज दरें अपने चरम पर हैं. मिड टर्म में ब्याज दरों के नीचे आने की उम्मीद है.
रेपो रेट में जल्द हो सकता है बदलाव
सरकारी बैंक एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा का कहना है कि देश में लंबे समय से रेपो रेट में बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) से ब्याज दरों को नरम करने की उम्मीद है. इसकी वजह देश में महंगाई का स्तर नीचे आने के संकेत दिखना है.
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वैसे पिछले हफ्ते में भारतीय रिजर्व बैंक ने जब अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति पेश की, तो लगातार 8वीं बार रेपो रेट को स्थिर रखा. रिजर्व बैंक ने देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ महंगाई पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए ये फैसला किया.
आरबीआई के इस फैसले पर दिनेश कुमार खारा ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि अक्टूबर से शुरू होने वाली तीसरी तिमाही में महंगाई 4 प्रतिशत के स्तर की ओर बढ़ेगी. इसी संभावना की वजह से लगता है कि आरबीआई के लिए यही सही समय होगा जब हम उससे रेपो रेट में कुछ कटौती की उम्मीद कर सकते हैं.”
दुनिया भी दे रही ऐसे ही संकेत
इस समय दुनिया के कई देशों में भी केंद्रीय बैंक रेपो रेट दरों में बदलाव करने लगे हैं. इसकी वजह वहां महंगाई के नीचे आने के संकेत दिखने शुरू हो गए हैं. जैसे स्विट्जरलैंड, स्वीडन, कनाडा और यूरो जोन जैसी एडवांस इकोनॉमी में से कुछ के केंद्रीय बैंकों ने वर्ष 2024 के दौरान दरों को कम करने की साइकिल शुरू कर दी है. वहीं अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें अभी भी बनी हुई हैं, हालांकि ये पहले से कमजोर पड़ी हैं.
दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंकिंग सिस्टम में ब्याज दर कमोबेश पहले ही चरम पर हैं. आगे जाकर इसमें हमें कुछ मामूली बदलाव देखने को मिलेंगे. वैसे पिछले महीने ही एसबीआई ने अपनी चुनिंदा एफडी पर ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत तक की वृद्धि की थी. बैंक ने 46-179 दिन के एफडी डिपॉजिट पर ब्याज दर को 0.75 प्रतिशत बढ़ा दिया था.