मानसून हुआ सक्रिय, खेती किसानी ने पकड़ी रफ्तार, बारिश की…- भारत संपर्क
मानसून हुआ सक्रिय, खेती किसानी ने पकड़ी रफ्तार, बारिश की बौछारों से तापमान में आई गिरावट
कोरबा। जिले में दो दिन तक मानसून की सक्रियता से कई क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। रविवार को घने बादल छाने के बाद हल्की बौछारें पड़ीं। सोमवार को भी सुबह से रूक रुक कर बारिश होती रही। मानसून के सक्रिय होने से खेती किसानी ने रफ्तार पकड़ ली है। बारिश की बौछारों से तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के अनुसार दो दिन तक अभी मौसम खुला रहेगा। इसके बाद बुधवार से फिर तेज बारिश होने की संभावना है। अब तक 57.02 मिली मीटर औसत बारिश हुई है। अभी 43 प्रतिशत बारिश की कमी है। मानसून की सक्रियता के बाद भी खंड बारिश हो रही है। शहर में दो दिन की बारिश के बाद अभी बौछारें ही पड़ रही हैं। शनिवार को पाली क्षेत्र में झमाझम बारिश हुई थी। तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश होने पर बिजली सप्लाई पर भी प्रभाव पड़ रहा है। रविवार को अधिकतम तापमान एक डिग्री बढक़र 33 पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 26 डिग्री पर रहा। इसकी वजह से दोपहर में धूप निकलने से गर्मी पड़ी। सुखरीकला, उमरेली, नवापारा क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है। इस वजह से अभी धान की बुआई भी प्रभावित हो रही है। 2 दिन मौसम खुलने के बाद फिर से खेती के काम में तेजी आएगी। अधिकम और न्यनूतम तापमान में गिरावट के साथ ही मौसम सुहाना हो गया है। लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
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पहली से एनएच में जल भराव, घरों में घुसा पानी
एनएच ग्रामीणों की परेशानी का सबब बन गया है। एनएच ने सडक़ का निर्माण तो कर दिया लेकिन बरसात में जमा होने वाले पानी के निकासी का इंतजाम करना भूल गए। यही वजह है कि पहली बारिश में ही लोगों को जलभराव से परेशान होना पड़ गया। दरसअल पाली के डुमरकछार में रात्रि बारिश होने के कारण ग्राम डूमरकछार ब्रिज के समीप निचली बस्तियों में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से घरों में पानी घुस गया। इस बारिश से डुमरकछार सहित अन्य निचली बस्ती में रहने वाले लोगों को बारिश के कारण परेशान होना पड़ा। यहां रहने वाले लोगों ने बारिश को लेकर घरों में किसी प्रकार के इंतजाम नहीं किए थे। तेज बारिश के बाद जब बस्ती के इन घरों में पानी घुसा तो घर गृहस्थी का सामान तक गीला हो गया। बाद में पाली तानाखार विधायक तुलेश्वर मरकाम ने एन एच ए आई को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जिसके बाद कर्मियों द्वारा नाली की सफाई व सडक़ में जाम पानी को निकालने की व्यवस्था की गई।