7 साल से विदेश में नौकरी…निकाह से पहले आया जनाजा, कुवैत अग्निकांड में जान…
कुवैत अग्निकांड के 14 दिन बाद कालू खान का शव गांव में पहुंचा.
14 दिन पहले कुवैत में हुए अग्निकांड में 49 लोगों की मौत हुई थी, इनमे 42 मृतक भारत के थे. हादसे में बिहार के दरभंगा जिले के कालू खान की भी मौत हुई थी. शिनाख्त न होने की वजह से उनकी मौत की पुष्टि देरी से हुई. हादसे के 2 सप्ताह बाद कालू खान का शव उनके परिजनों को मिल सका. गांव में शव पहुंचने से माहौल गमगीन हो गया. कालू खान का अगले महीने निकाह होना था.
दरभंगा जिला के सदर प्रखंड के नैनाघाट गांव में मंगलवार को 14 दिन बाद कालू खान का शव उनके घर पंहुचा. शव के पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई. गांव में मातम छा गया. परिजनों के मुताबिक, कालू खान का अगले महीने निकाह होने वाला था. वह इसी महीने वापस अपने घर भारत आने की तैयारी कर रहा था. हादसे में उसकी जान चली गई.
परिजनों ने की मुआवजा और नौकरी की मांग
मंगलवार को कालू खान का शव एंबुलेंस के जरिए गांव नैनाघाट पहुंचा. गमगीन माहौल के बीच शव को सुपुर्दे खाक किया गया. शव के अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी गांव में मौजूद रहे. इस दौरान परिजनों ने सरकार से मुआवजा और नौकरी की मांग रखी. उनका कहना है कि कालू खान घर का जिम्मेदार सदस्य था. पिछले सात साल से कालू कुवैत में रहकर वह सेल्समैन का कम कर रहा था. उसकी मौत से परिवार के पालन पोषण पर संकट आ गया है.
6 जुलाई को होना था निकाह
परिजनों के मुताबिक, कालू खान का जुलाई महीने की 6 तारीख को निकाह होना था. उसी की तैयारियां घर में चल रही थी. इसी महीने वह कुवैत से वापस अपने घर आने वाला था. परिजनों ने रोते हुए बताया कि निकाह से पहले घर में उसका जनाजा आ गया. परिजनों ने देरी को लेकर बताया कि कुवैत में हुए अग्निकांड के बाद शव की पहचान नहीं हो पा रही थी, इस कारण शव काफी प्रयास के बाद आज उन्हें मिल पाया.