रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब राजनीति में आजमाएंगे किस्मत, इस तारीख को लॉन्च…


प्रशांत किशोर.
कुछ समय पहले ही राजनीति में उतरे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आखिरकार राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा कर दी है. उनका जून सुराज अभियान 2 अक्टूबर को राजनीतिक पार्टी शुरू करेगा. इस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती भी होगी. प्रशांत किशोर का राजनीतिक संगठन मुख्य रूप से बिहार में केंद्रित रहने की उम्मीद है. वह राज्य में अपने राजनीतिक अभियान से जुड़े 1.5 लाख से अधिक पदाधिकारियों की 8 अलग-अलग राज्य स्तरीय बैठकें करने की योजना बना रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने जन सुराज की “राज्य स्तरीय कार्यशाला” को संबोधित किया. इसमें दो पूर्व विधायकों और दिवंगत समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर सहित कई लोगों ने भाग लिया.
इस अवसर पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जैसा कि पहले कहा गया है, जन सुराज 2 अक्टूबर को एक राजनीतिक पार्टी बन जाएगी और अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ेगी. अन्य विवरण, जैसे कि पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा, समय आने पर तय किए जाएंगे. बता दें कि प्रशांत किशोर ने दो साल पहले अभियान शुरू किया था.
ये भी पढ़ें
एक करोड़ लोग पार्टी में होंगे शामिल
इस दौरान प्रशांत किशोर लगातार बैठकें कर रहे थे. एक प्रेस बयान में कहा गया है कि ये बैठकें राजनीतिक दल के गठन की प्रक्रिया, इसके नेतृत्व, संविधान और पार्टी की शीर्ष प्राथमिकताओं और एजेंडों पर चर्चा करने के लिए हो रही हैं.
कुछ दिन पहले ही प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि जन सुराज के पूर्ण रूप से राजनीतिक दल बनने के बाद लगभग 1 करोड़ लोग इसमें शामिल होंगे. जन सुराज अभियान समिति के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान राजनीतिक संगठन बनाने की घोषणा की गई.
उन्होंने उनसे बिहार को एकजुट करने का आग्रह किया, जो लंबे समय से जाति के आधार पर विभाजित है. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पहल के परिणाम सामने आने लगे हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने आंदोलन (जन सुराज अभियान) के सदस्यों से पार्टी के कार्यक्रमों के बारे में जनता को शिक्षित करने का आग्रह किया.
सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी जन सुराज पार्टी
प्रशांत किशोर ने अगले चुनाव में राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य बिहार में राजनीतिक परिदृश्य को बदलना है. उन्होंने कहा कि हम बिहार की सूरत बदलने के मिशन के साथ आए हैं, न कि 20-25 सीटें जीतने के लिए, बस 2 साल तक धैर्य रखें.
उन्होंने कहा कि राज्य की 3 प्रमुख पार्टियों में से, राजद सबसे ज्यादा घबराई हुई है और उनके राजनीतिक प्रतीक लालटेन पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि बस मेरी बात सुनो, खाली लालटेन बचेगा, केरोसिन नहीं. उन्होंने दावा किया कि अगर अल्पसंख्यक जन सुराज में शामिल हो गए, तो राजद खत्म हो जाएगा.