8 घंटे में 3 बार गूंजेगा हिंदुस्तान हिंदुस्तान, भारत की बेटी से लेकर सेना क… – भारत संपर्क

पेरिस ओलंपिक में भारतीय तीरंदाज (Photo: PTI)
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में पहला मेडल जीतकर जो आग लगाई है, वो अब और भड़केगी. और, ऐसे में पेरिस ओलंपिक में 8 घंटे अहम है. इन 8 घंटों में पेरिस के अंदर 3 बार हिंदुस्तान का नाम गूंज सकता है. जन-गण-मन की धुन सुनाई दे सकती है. तिरंगे को लहराते देख हर हिंदुस्तानी का सीना चौड़ा हो सकता है. उन 8 घंटों में भारत की बेटी से लेकर सेना के जवान तक, हर कोई देश का नाम रोशन करने के लिए जान लगा देगा. अपनी पूरी ताकत झोंक देगा.
पेरिस ओलंपिक में वो कौन से 8 घंटे होंगे?
अब सवाल है कि वो कौन से 8 घंटे हैं. और, उनमें ऐसा क्या खास होगा, जिसके चलते पेरिस में पूरे 3 बार तिरंगा लहराएगा? आईए जरा इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं. इन 8 घंटों की शुरुआत 29 जुलाई को भारतीय समय से दोपहर 1 बजे से शुरू हो जाएगी और ये सिलसिला रात के तकरीबन 9 बजे तक जारी रहेगा. इन्हीं 8 घंटों में कुछ ऐसा हो सकता है, जिससे भारत का नाम इतिहास के पन्नों में भी दर्ज हो सकता है.
29 जुलाई को दोपहर 1 बजे पहला मेडल!
8 घंटों की शुरुआत दोपहर 1 बजे से पेरिस की शूटिंग रेंज में होने वाली महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के फाइनल से होगी. भारत की बेटी रमिता जिंदल इस इवेंट में भारत के लिए मेडल की बड़ी उम्मीद हैं. अगर उनके राइफल से निकली गोली सीधे निशाने पर लगी तो फिर ये पेरिस में तिरंगे के लहराने की पहली वजह बनेगा.
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3:30 PM पर दूसरी बार छाने का मौका
भारत को दूसरी खुशखबरी भी पेरिस के शूटिंग रेंज से ही मिल सकती है. जब रमिता के इवेंट के ढाई घंटे बाद पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के फाइनल में भारत के अर्जुन बबूता निशाना लगाते दिखेंगे. अर्जुन ने अगर राइफल से निशाना लगाकर अपने नाम को सार्थक कर दिया तो उससे देश का नाम भी रोशन होता दिखेगा. और, ये पेरिस में हिंदुस्तान का नाम फिर से गूंजने की वजह बन सकता है.
9 PM से पहले फिर गूंज सकता है राष्ट्रगान
अब सवाल है कि 29 जुलाई को तीसरी बार कब पेरिस में गूंज सकता है हिंदुस्तान-हिंदुस्तान? इसके लिए रात के तकरीबन पौने 9- नौ बजने का इंतजार करना पड़ेगा. लेकिन टीवी पर निगाहें भारतीय समय से शाम के साढे़ 6 बजे से ही टिकाए रखनी होंगी. क्योंकि, पौने 9 और नौ बजे के करीब जो होगा, उसके लिए पहले की उन लड़ाईयों को जीतना जरूरी है, जिसकी शुरुआत शाम साढ़े 6 बजे से होगी.
आर्चरी की मेंस टीम नाम कर सकती है रोशन
हम बात कर रहे हैं मेंस आर्चरी टीम के फाइनल की, जिसमें भारत के तरुणदीप राय, प्रवीण जाधन और धीरज तीर से निशाना भेदते दिखेंगे. ये तीनों पहले शाम साढ़े 6 बजे क्वार्टर फाइनल खेलेंगे. ये जीत लिया तो सवा 7 बजे के लगभग सेमीफाइनल मुकाबला होगा और अगर उसे भी जीत लिया तो रात के पौने 9-नौ बजे के करीब गोल्ड मेडल मैच के लिए जाएंगे. भारत की मेंस आर्चरी टीम अगर सेमीफाइनल हारती है तो सवा 8 बजे के करीब ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए खेल सकती है. मतलब उनके निशाने से मेडल पक्का हुआ तो फिर पेरिस में 8 घंटे में तीसरी बार तिरंगे को लहराने से कोई नहीं रोक सकता.