एनएच प्रभावित ग्रामीणों ने सांसद को सुनाई व्यथा, गाइड लाइन…- भारत संपर्क
एनएच प्रभावित ग्रामीणों ने सांसद को सुनाई व्यथा, गाइड लाइन के अनुसार मुआवजा नहीं देने का आरोप
कोरबा। नगर पालिका कटघोरा के वार्ड 12, 13 जुराली के प्रभावित किसानों ने पत्र लिखकर सांसद ज्योत्सना महंत को अपनी व्यथा बताई है। उनका कहना है कि एनएचएआई 130 एवं शासन प्रशासन के द्वारा गुण्डे – मवाली की तरह व्यवहार किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि उनके क्षेत्र से एनएचएआई 130 सड़क का निर्माण कार्य होना है। सुतर्रा, कापूबहरा में सड़क का निर्माण कार्य हो चुका है और सुतर्रा कापूबहरा का मुआवजा अधूरा है। जानबूझकर मुआवजा को गलत बनाया गया है। किसानों को कोर्ट कचहरी के चक्करों में फंसाया गया है।जिससे ग्रामीणों को मुआवजा का रकम प्राप्त न हो सके। एनएचएआई ग्रामीण किसानों की जमीन को ताकत के साथ शासन प्रशासन के सहयोग से प्राप्त कर लेता है और मुआवजा के लिए किसानों को कमीश्नर और न्यायालय तक लेकर जा रहा है। जिससे ग्रामीण किसान थक हार कर रकम की आस छोड दे और फ्री में सड़क का निर्माण हो जाये। वर्तमान में वार्ड 12 और 13 जुराली नगर पालिका कटघोरा में सड़क का निर्माण होना है। उसके लिए एनएचएआई शासन प्रशासन के सहयोग से बार – बार किसानों को नोटिस भेज रहा है। जुराली की जमीन का शासन के गाईड लाईन के अनुसार 2880 रुपए वर्गमीटर का दर शासन ने तय किया है।एनएचएआई किसानों को 11.88 पैसे वर्गफीट की दर से भुगतान करना चाहता है। किसानों का कहना है कि इस रकम पर तो एक रुमाल भी नही आता जमीन कैसे मिलेगा। सांसद से मांग की है कि उन्हें गाईडलाईन के हिसाब से भुगतान के संबंध में शासन के समक्ष बात रखें एवं संसद में भी बात को उठायें। उनका कहना है कि सड़क का निर्माण ज्यादातर ट्राईबल क्षेत्रों में किया जा रहा है। जिससे एससी. एसटी. ग्रामीण किसान शासन के कोर्ट कचहरी में जाकर भुगतान न प्राप्त कर सकें। ग्रामीण किसान गरीब, अनपढ़ एवं आर्थिक रूप से विपन्न होने के कारण न्यायालयीन कार्यवाही न कर सकें और नेशनल हाइवे गरीबों का जमीन मुफ्त में हड़प ले। उनकी मांग पर सांसद ने संज्ञान लिया है।