UP: सोशल मीडिया पर देखा जॉब ऐड, नौकरी करने गया तो मिला पेंसिल पैकिंग का काम… – भारत संपर्क
नौकरी का झांसा देकर ली जान
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के सादात इलाके में नौकरी देने के नाम पर युवक को जहर खिलाकर उसकी हत्या कर दी गई. युवक ने बेरोजगारी से जुड़ा एक वीडियो जो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, जिसमें उसने बताया था कि उसे नौकरी की जरूरत है. वीडियो शेयर करने के बाद युवक को हिंदुस्तान पेंसिल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का एक वीडियो दिखाई दिया, जिसमें घर बैठे पेंसिल पैकिंग करने की बात कही गई थी और बदले में हर महीना 30 हजार रुपए की सैलरी देने की बात कही गई थी.
इस नौकरी की जानकारी होने पर युवक ने ऑनलाइन आवेदन किया और उसके बदले में रजिस्ट्रेशन के नाम पर सभी जरूरी पेपर्स और 650 रुपए कंपनी को दे दिया. इस प्रोसेस के बाद कंपनी ने युवक को एक आईडी बनाकर दिया. एक दिन पहले युवक को पेंसिल डिलीवरी के नाम पर ₹4000 लेकर बुलाया, लेकिन युवक की पेंसिल की डिलीवरी लेने जाने के दौरान ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
साइबर ठगों ने बनाया अपना शिकार
मिर्जापुर में एक युवक अंकित को साइबर ठगों ने नौकरी देने के नाम पर अपना शिकार बना लिया. इसके बाद उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना के बाद घरवालों ने जमकर हंगामा किया. अंकित के घरवालों ने थाने में इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है. सादात के कुआंटी का रहने वाला 18 साल का अंकित अपने मां-बाप का अकेला बेटा था और उसकी एक छोटी बहन है. उसके पिता जितेंद्र पांडेय मुंबई में एक कपड़ा कंपनी में काम करते थे. वो भी उनके साथ मुंबई में ही रहता था.
मुंबई से 5 महीने पहले आया घर
5 महीने पहले ही अंकित अपने पिता के साथ घर आया था और तब से यहीं पर रह रहा था. घर पर बैठकर बोर होने के चलते वो सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर नौकरी खोजने लगा, तभी उसे फेसबुक पर हिंदुस्तान पेंसिल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से एक वीडियो देखा. इसमें बताया गया कि उसे घर बैठे ही नटराज, अप्सरा, सिनो आदि कंपनी की पेंसिलों व स्टेशनरी के सामान को डिब्बे में पैक करना होगा. इसके बदले में कंपनी उसे 30 हजार रूपए हर महीने वेतन देगी. अंकित को ये ऑफर अच्छा लगा और उसने दिए गए नंबर पर बात करके इसमें उसने ऑनलाइन ही आवेदन कर दिया.
अंकित से रजिस्ट्रेशन के नाम पर ऑनलाइन ही आधार कार्ड, फोटो व 650 रूपए लिए गए और उसे ऑनलाइन खुद ही एडिट करके फर्जी पहचान पत्र भी दे दिया. इधर रूपए लेने के बाद अपराधियों ने कहा कि जल्द ही उसे कंपनी द्वारा पैकिंग किए जाने वाली सभी सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी. इस बीच शुक्रवार को फोन करके बताया कि उसका सामान आ गया है तो अंकित ने अपने घर का पता देकर घर पर बुलाया. उससे कहा गया कि वो वहां नहीं आ सकता तो आप 4 हजार रूपए नकद लेकर मिर्जापुर में चला जाए. अंकित, वहां से वो साइकिल चलाकर पास के ही गांव मिर्जापुर पहुंचा, लेकिन वापसी में पेंसिल की डिलीवरी की बजाय युवक संदिग्ध परिस्थितियों में मुंह से झाग फेंकने लगा, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
मां से लेकर गया था रुपए
मृतक के पिता जितेंद्र पांडेय ने हुए बताया कि दोपहर 12 बजे तक अंकित अपनी मां से 4 हजार रुपए लेकर गया था. इसके काफी देर बाद किसी ने फोन करके बताया कि अंकित अचेत हाल में मिर्जापुर से काफी दूर मंगारी के पास सूनसान स्थान पर गिरा पड़ा है. इसकी सूचना पुलिस को दी गई है, उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
थानाध्यक्ष सादात ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आया था. घरवालों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह कंफर्म हो पाएगा कि युवक की मौत जहर से हुई है या फिर किसी दूसरे कारणों से हुई है.