कोरबा में जल्द कर सकेंगे नेत्रदान, अक्टूबर के पहले सप्ताह…- भारत संपर्क
कोरबा में जल्द कर सकेंगे नेत्रदान, अक्टूबर के पहले सप्ताह में शुरूवात की उम्मीद, समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद ने की है पहल
कोरबा। भारत विकास परिषद के सहयोग से जिला प्रशासन कोरबा में नेत्रदान के लिए लोगों को प्रेरित करेगा और दान करने वाले नेत्र को निकालकर इसे गाड़ी में बिलासपुर के हायर सेंटर में ले जाने की व्यवस्था करेगा। इस पर प्रशासन के बीच मंथन चल रहा है। उम्मीद है कि यह प्रक्रिया अक्टूबर के पहले हफ्ते में शुरू हो जाएगी। भारत विकास परिषद की ओर से नेत्रदान को लेकर एक प्रस्ताव रखा गया है। इसे स्वास्थ्य विभाग ने स्वीकार किया है लेकिन कोरबा में मिले दान से मिले नेत्र को निकालने के लिए प्रशिक्षित डॉक्टर और स्टाफ की जरूरत होगी। आने वाले दिनों में स्टाफ और डॉक्टर को प्रशिक्षित करने का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके बाद नेत्रदान की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। आने वाले दिनों में कोरबा में आई बैंक खोलने का इरादा है। हालांकि इसमें समय लगेगा। उन्होंने कहा कि आई बैंक खोलने के लिए साधन-संसाधन की जरूरत होती है साथ ही एक प्रशिक्षित टीम की आवश्यकता पड़ती है। इस कारण से इसमें थोड़ा समय लगेगा। पहले चरण में दान से मिले नेत्र को बिलासपुर हायर सेंटर भेजा जाएगा और वहीं जरूरतमंद मरीजों को कार्निया का ट्रांसप्लांट किया जाएगा। कोरबा में अभी नेत्रदान की सुविधा नहीं है। कई बार लोग नेत्रदान करने की इच्छा व्यक्त करते हैं लेकिन उनकी मृत्यु उपरांत सुविधा नहीं होने के कारण नेत्र निकालकर समय पर हायर सेंटर नहीं ले जाया जाता। इसे लेकर भारत विकास परिषद नाम की संस्था आगे आई है। संस्था के मुताबिक संस्था नेत्रदान में सहयोग करना चाहती है। अगर कोई व्यक्ति मृत्यु उपरांत अपना नेत्र दान करना चाहता है तो इसके लिए संस्था कोशिश करेगी। सरकार की गाइड लाइन का पालन किया जाएगा। नेत्रदान के 24 घंटे के भीतर कार्निया का ट्रांसप्लांट होना जरूरी है। कार्निया को निकालने के बाद इसे हायर सेंटर सिम्स तक ले जाने की व्यवस्था भारत विकास परिषद की ओर से की जाएगी।