हाथियों की चिंघाड़ से थर्रा रहे कटघोरा वन मंडल के जंगल, 48…- भारत संपर्क
हाथियों की चिंघाड़ से थर्रा रहे कटघोरा वन मंडल के जंगल, 48 की संख्या में बनी हुई है हाथियों की मौजूदगी
कोरबा। कटघोरा वनमंडल अंतर्गत बडक़ाबहरा गांव के पास जंगल और खेत में चार दर्जन हाथियों के दल को देखा गया है। हाथियों का पूरा कुनबा यहां पर मौजूद हैं,जिसमे नर मादा सहित बेबी एलिफेंट भी मौजूद है। एक साथ 48 हाथियों को देखकर ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे है। पूरा जंगल हाथियों के चिंघाड़ से गूंज रहा है। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें खदेडऩे का प्रयास करने लगे। जिले के कटघोरा वनमंडल अंतर्गत केंदई रेंज में 48 हाथियों का दल लगातार डेरा डालकर ग्रामीणों के फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। जिससे क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं। मौजूद हाथियों ने सिटीपखना तथा बडक़ाबहरा क्षेत्र में ग्रामीणों के खेतों में पहुंचकर फिर बड़ी मात्रा में फसल को रौंद दिया है। हाथियों को शाम बडक़ाबहरा क्षेत्र में एक साथ देखा गया। एक स्थान पर बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया था। वहीं ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे हाथियों को देखने के लिए मौके पहुंच गए थे। इसकी सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हाथियों को खदेडऩे की कार्यवाही की। वन विभाग द्वारा खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया।
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दो हाथियों में से एक ने धरमजयगढ़ का किया रूख
इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में मौजूद दो हाथियों में से एक दंतैल हाथी ने धरमजयगढ़ का रूख कर लिया है। दंतैल ने अपने साथी से अलग हुआ और मूव्हमेंट करने के साथ ही जंगल ही जंगल होते हुए कुदमुरा वन परिक्षेत्र की सीमा को पार कर धरमजयगढ़ के जंगल में प्रवेश् कर लिया। खतरनाक लोनर के बाद क्षेत्र में मौजूद एक और दंतैल के अन्यत्र जाने से वन विभाग के साथ-साथ ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। एक हाथी अभी भी कुदमुरा वन परिक्षेत्र के जंगल के कक्ष क्रमांक 1140 में जमा हुआ है। जिसकी निगरानी वन विभाग कर रहा है।