फोटेग्राफी का ‘हेडमास्टर’ है पटना का प्रभास, महज 3 साल की उम्र से हैंडल कर…

0
फोटेग्राफी का ‘हेडमास्टर’ है पटना का प्रभास, महज 3 साल की उम्र से हैंडल कर…
फोटेग्राफी का 'हेडमास्टर' है पटना का प्रभास, महज 3 साल की उम्र से हैंडल कर रहा कैमरा; अब मिला बड़ा इनाम

यंगेस्ट फोटोग्राफर प्रभात रंजन.

एक हिंदी फिल्म की कहावत है, ‘कामयाब नहीं काबिल बनो, सफलता तुम्हारे पीछे आएगी’. पटना के प्रभात रंजन के ऊपर यह लाइन एकदम फिट बैठती है. दरअसल, उम्र के मात्र नौवें पड़ाव पर ही प्रभात ने इतनी काबिलियत हासिल कर ली है कि अब देश स्तर पर उसकी चर्चा हो रही है. प्रभात का नाम अब ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में भी शामिल किया जा रहा है.

पटना के निवासी राजीव रंजन के बेटे प्रभात रंजन की उम्र अभी केवल नौ साल है, लेकिन उम्र के इसी पड़ाव में प्रभात रंजन ने काफी उपलब्धि हासिल कर ली है. दरअसल, प्रभात रंजन का नाम देश के सबसे यंगेस्ट फोटोग्राफर में शुमार हो गया है. प्रभात का नाम ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में शामिल कर लिया गया है. प्रभात अभी पटना के ही एक निजी स्कूल में क्लास थ्री में अपनी स्टडी कर रहा है.

बचपन से है मेधावी

प्रभात के बारे में उनके पिता राजीव रंजन बताते हैं कि कैमरे के प्रति प्रभात का लगाव तीन साल की उम्र से ही दिखना शुरू हो गया था. कैमरे को देखते ही वह उत्सुक हो जाता था. इसके बाद मैंने प्रभात को एक बार कैमरा दे दिया. राजीव बताते हैं कि प्रभात ने कैमरे को हाथ में लेकर के देखा था. उस दौरान मैंने गौर किया कि जैसा एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर का स्वभाव होता है, प्रभात वैसे ही कर रहा है. वह फोटो के सेंटर और फ्रेमिंग को बारीकी से देख लेता था. तभी मुझे लगा कि अगर प्रभात की इसमें रुचि है तो मुझे इसकी रुचि के अनुसार ही काम करना होगा.

ये भी पढ़ें

आराम से ऑपरेट करता है कैमरा

राजीव बताते हैं, बचपन से ही प्रभात का रूझान कैमरे को लेकर था. वह कहते हैं, बहुत सारे बच्चे बहुत कुछ करना चाहते हैं, लेकिन उनके पैरेंट्स की सोच थोड़ी अलग होती है. कई बार पेरेंट्स साथ देते हैं. कई बार वह बच्चों की सोच में साथ नहीं देते हैं. वह सामान को नहीं छूने या फिर उपयोग नहीं करने की बात करते हैं. राजीव कहते हैं, मैं भी फोटोग्राफर हूं. जब मैंने अपने बेटे को कैमरे के प्रति रुझान देखा तो मैंने पहली बार हिम्मत करके अपना कैमरा उसे दे दिया था.

बचपन में कैमरा देने का नतीजा है कि आज की तारीख में जितने भी कमरे हैं, उसे प्रभात आराम से हैंडल कर लेता है. निकॉन ए -50, कैनन, सोनी के अलावा कई अन्य कंपनियों के कैमरे को प्रभात काफी आराम से ऑपरेट कर लेता है. राजीव कहते हैं, मैंने महसूस किया था कि लोग रिकॉर्ड बनाते हैं. मैंने तभी सोचा कि जब प्रभात में कुछ अलग करने की क्षमता है तो क्यों ना प्रभात की क्षमता के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल नाम

प्रभात की क्षमता की जानकारी लोगों को देने के बाद इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड से संपर्क किया. वहां से मुझे कुछ औपचारिकताएं पूरी करने को कहा गया. जिसे मैंने पूरा किया. इसी साल इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के फरवरी एडिशन में प्रभात का नाम देश के सबसे यंगेस्ट फोटोग्राफर के रूप में शामिल कर लिया गया. प्रभात को फोटोग्राफी सोसाइटी ऑफ इंडिया के मैगजीन ने भी स्थान दिया गया है. साथ ही नई दिल्ली में डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल अवार्ड भी मिल चुका है.

मिल चुके हैं कई अवार्ड

डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल अवार्ड के अलावा देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिन पर बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडे ने भी प्रभात को सम्मानित किया था. राजीव बताते हैं कि प्रभात न केवल फोटोग्राफी बल्कि पेंटिंग और स्केटिंग भी बहुत अच्छे तरीके से कर लेता है. राज्य सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के तहत आने वाले प्रेमचंद रंगशाला में प्रभात की पेंटिंग की एक एग्जीबिशन भी लगने वाली है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

वेट लॉस की इन गलतफहमियों पर करते हैं भरोसा तो वजन कम करना होगा मुश्किल| गिलहरी ने तेंदुए को दिखाई उसकी औकात, परछाई तक नहीं छू पाया शिकारी, छोटे जीव ने 2 मिनट…| नियद नेल्लानार से बदल रही बस्तर की तस्वीर – भारत संपर्क न्यूज़ …| अग्रसेन जयंती में समाज के डॉक्टर को अग्र गौरव सम्मान से किया गया सम्मानित – भारत संपर्क न्यूज़ …| बालाघाट के जंगल में विशालकाय अजगर ने निगला हिरण, नजारा देख लोगों की अटकी सा… – भारत संपर्क