*पट्टे का लालचः जमीन पर कब्जा करने ग्रामीण ने मनमानी काटे 25 से 30 साल…- भारत संपर्क
जशपुरनगर। बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत गायलुंगा में एक ग्रामीण ने जमीन पर कब्जा करने के लिए 400 से अधिक पेड़ों को महज कुछ रातों में काट दिया है। जहां पेड़ कटे हैं, उसमें कुछ इलाका वन विभाग का तो कुछ राजस्व का है। पेड़ कटने से नाराज गायलुंगा के सरपंच सहित अन्य ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बगीचा तहसीलदार से की है। शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार ने जांच के लिए नायब तहसीलदार की टीम बनाई है।
ग्राम पंचायत गायलुंगा की सरपंच मालती प्रधान, उपसरपंच शिव यादव,सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि गांव के कृष्णा झरना रोड में जामलोंगरी के पास सभी पेड़ काटे गए हैं। काटे गए कई पेड़ 25 से 30 साल पुराने हैं। ग्रामीणों ने कटे हुए पेड़ों की गिनती की तो करीब 400 पेड़ काटे हुए पाए गए। अधिकांश पेड़ काटकर गिरा दिए गए हैं, वहीं कुछ पेड़ों को काटने के लिए उसके तने के निचले हिस्से में आधा से अधिक काटकर छोड़ा गया है। काटे गए पेड़ में चिरौंजी, महुआ और साल के हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने गांव के देवाधि राम के खिलाफ नामजद शिकायत की है। देवाधि राम महकूल द्वारा पेड़ काटे गए हैं।
*निराश है ग्रामीण: चिरौंजी के पेड़ों से होती थी अच्छी कमाई*
चिरौंजी का पेड़ काटे जाने से ग्रामीण काफी दुखी हैं। क्योंकि इन दिनों चिरौंजी की अच्छी कीमत मिल रही है। पहले ग्रामीण चिरौंजी की गुठलियां बेचते थे।
पर जब से उन्होंने चिरौंजी की कीमत को जाना है, वे भी चिरौंजी की गुठलियों को सुखाकर उसके बीज ही बेच रहे हैं। यह अतिरिक्त आय का प्रमुख जरिया है।
*पंचायत की बैठक में किया था मना, फिर पेड़ काट डाले*
ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी राजस्व और वन विभाग की जमीन पर कब्जे के लिए जब देवाधि राम पेड़ काट रहा था, तो इसका ग्रामीणों ने विरोध किया था। इसे लेकर पंचायत की बैठक भी हुई थी। इस बैठक में देवाधि राम को सरपंच सहित गांव के पंचों ने पेड़ ना काटने की सख्त हिदायत दी गई थी। पर रात के वक्त उसने पेड़ों की कटाई जारी रखी। गुरुवार की सुबह जब ग्रामीण इस स्थान पर पहुंचे तो करीब तीन से चार सौ पेड़ों को कटा हुआ देखा। देवाधि ने पंचायत की बैठक में भी पंचायत के आदेश को नहीं मानने की बात कही थी।
*लोगों की शिकायत मिली है जांच के बाद कार्रवाई होगी*
• जांच के लिए टीम बनाई है। गायलुंगा के ग्रामीणों की शिकायत मिली है। इसकी जांच के लिए नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम बनाई गई है। जांच प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। *-सुनील अग्रवाल, तहसीलदार, बगीचा*