इस बंदे के लिए दवा बनी बीमारी, लगी ऐसी लत 2.5 साल में फूंक चुका है 10 लाख नेजल स्प्रे
बंदे को लगी नेजल स्प्रे की लत Image Credit source: Pixabay
कहते हैं लत किसी भी चीज की हो वो इंसान को बर्बाद कर देती है. फिर चाहे खान-पान की चीज हो या कोई मादक पदार्थ हो, या कोई नशा इंसान के लिए हानिकारक होता है. यूं तो अगर लत की बात की जाए तो कई ऐसे लोग है, जो नशे के नाम पर अजीबोगरीब हरकतें करते हैं. जिसके बारे में जानने के बाद जानने के बाद लोग दंग रह जाते हैं और सोच में पड़ जाते हैं. ऐसा ही किस्सा इस समय चर्चा में है. जिसके बारे में जानने के बाद आप दंग रह जाएंगे.
हम बात कर रहे हैं 28 वर्षीय साउंड डिजाइनर और संगीतकार कर्टिस आरनॉल्ड हार्मर (Curtis Arnold-Harmer) के बारे में, जिनके लिए दवा ही नशा का काम कर गए और अब उन्हें अजीब बीमारी हो गई. दरअसल हुआ यूं कि बंदे को पांच साल पहले जुकाम हुआ था, जिससे उनकी नाक बंद हो गई, तब उन्होंने इसे ठीक करने के लिए दुकान से 600 रुपये का एक नेजल स्प्रे खरीदा. जिसने अपना काम बखूबी किया और कुछ सेकंड के भीतर बंद नाक वापस से खुल गई.
इतने रुपये की नेजल स्प्रे का किया इस्तेमाल?
हालांकि कर्टिस को ये नहीं पता चला कि ये उसके नशे की बस एक शुरुआत है. अगले दो सालों तक वो केवल नेजल स्प्रे का ही इस्तेमाल करता रहा और उन्हें पता ही नहीं चला कि ये दवा कब उनके लिए नशा बना गई. उनकी इस आदत के कारण वो करीब ढाई साल में 10 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं. इतना स्प्रे इस्तेमाल करने के बाद उनकी नाक ऐसी लगने लगी जैसे उसमें कंक्रीट के पत्थर घुसे हों.
डॉक्टरों की माने तो कर्टिस की नाक ठीक उन लोगों जैसी हो चुकी है, जो लोग कोकेन का इस्तेमाल नशे के लिए करते हैं. अपनी इस आदत के बारे में डेली स्टार से बातचीत करते हुए कर्टिस ने कहा कि अब मुझे हमेशा ही जुकाम रहता है.
अब इस नशे के कारण कर्टिस को रात में नींद भी नहीं आती, जिस कारण उसे सांस लेने में काफी ज्यादा तकलीफ होती है. अपने इंटरव्यू में बंदे ने बताया कि कई बार तो हालत ऐसी हो जाती थी कि मुझे सोने में भी डर लगता था. यहां हैरान करने वाली बात ये है कि उसने ध्यान ही नहीं दिया कि दवा पर ये साफ लिखा भी है कि उसे 7 दिनों से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. जबकि कर्टिस वो दिन में करीब 50 बार नाक में स्प्रे करते थे.