दिवाली पर जिमीकंद की सब्जी बनाने का है रिवाज, ये इन लोगों के लिए वरदान
दिवाली पर जिमीकंद की सब्जी बनाने का रिवाज
खुशियों, उल्लास, उमंग और रोशनी के त्योहार दिवाली को लेकर लोग न जाने कितनी तैयारियां करते हैं. इस दिन के लिए घर की साफ-सफाई करने के साथ ही सजाया जाता है, आंगन में रंगोली बनाई जाती है और खासतौर पर डेजर्ट्स से लेकर कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं. फिलहाल हम बात कर रहे हैं जिमीकंद की. ये सब्जी दिवाली के दिन कई घरों में बनाने की परंपरा है. इसमें विटामिन बी1, बी6, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कॉपर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी हैं.
30 अक्टूबर को नरक चतुर्दशी है तो वहीं 31 अक्टूबर 2024 को दिवाली का फेस्टिवल सेलिब्रेट किया जाएगा. इस दिन लोग अपने घरों में एक से बढ़कर एक व्यंजन बनाते हैं और मुख्य रूप से जिमीकंद की सब्जी भी बनाई जाती है. चलिए जान लेते हैं इसके फायदे.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी
जिमीकंद की सब्जी विटामिन सी का अच्छा सोर्स मानी जाती है, जो लोग कमजोर इम्यूनिटी की वजह से बार-बार बीमार हो जाते हैं, उनके लिए ये सब्जी खाना काफी फायदेमंद रहता है.
पाचन तंत्र से जुड़ी दिक्कतें नहीं होंगी
जिमीकंद की सब्जी में फाइबर पाया जाता है जो आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाए रखने में सहायक है. इसका सेवन कब्ज वाले लोगों के लिए फायदेमंद रहता है. वहीं ये सब्जी पचाने में ज्यादा हैवी नहीं रहती है, इसलिए इसे खाने से अपच आदि होने की संभावना भी काफी कम रहती है.
ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल
कई विटामिन से भरपूर जिमीकंद की सब्जी में पोटेशियम भी पाया जाता है, इसलिए यह सब्जी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में हेल्पफुल है. यही वजह है कि ये सब्जी आपके दिल को हेल्दी रखने में भी सहायक है.
हड्डियां बनती हैं मजबूत
जिमीकंद मैग्नीशियम के साथ ही कैल्शियम का भी सोर्स है और ये दोनों मिनरल हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं. इसके अलावा इस सब्जी में मौजूद तत्व मांसपेशियों से लेकर त्वचा तक के लिए फायदेमंद हैं.